
Summary:
निम्नलिखित हैं कक्षा 10 के सामाजिक विज्ञान कॉन्टेम्पोररी वर्ल्ड पार्ट-2 की 5 मुख्य बिंदुओं का सारांश:
– भारत-पाक संबंधों का इतिहास इस पाठ्यक्रम में शामिल है। इसमें उस समय के घटनाक्रम, जब पाकिस्तान हुआ था और उसके बाद के संबंधों के बारे में विस्तार से बताया गया है।
– आधुनिक विश्व में भारत की स्थिति पर विवरण दिया गया है। भारत ने विश्व के अन्य देशों के साथ अपने संबंधों को बढ़ावा दिया है और आधुनिकता के माध्यम से विकास किया है।
– भारत के सामरिक इतिहास पर भी अधिक बल दिया गया है। इसमें क्रांतिकारी और स्वाधीनता संग्रामों के बारे में बताया गया है, जिनसे भारत ने अंग्रेजों से अपनी आजादी प्राप्त की थी।
– इस पाठ्यक्रम में राजनेतिक और सामाजिक परिवर्तनों के बारे में भी विवरण दिया गया है। इसमें भारत में नेतृत्व, प्रजातंत्र और भारतीय संस्कृति के बारे में बताया गया है।
– भारत की अर्थव्यवस्था के बारे में भी विवरण दिया गया है। इसमें व्यापार, निवेश, औद्योगिक क्रांति आदि के बारे में बताया गया है जो भारत की अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ बनाने में मददगार रहे हैं।
यदि आप कक्षा 10 में पढ़ने वाले हैं तो सामाजिक विज्ञान की किताब, ‘भारत और समकालीन विश्व भाग-2’ आपके लिए एक महत्वपूर्ण पाठ बन जाती है। इस आर्टिकल में हम आपको इस पाठ में से कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं के बारे में बताने जा रहे हैं। इसके आलावा हम इसके आगे की पढ़ाई के लिए वैभवपूर्ण और उपयोगी सूचनाएं भी देंगे।
पाठ 1 : नेशनलिज़्म और इसके परिणाम
यह पाठ विद्यार्थियों को एक राष्ट्र के विकास के उन सूत्रों को समझने के लिए बताता है, जिनसे देश में राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक विकास की प्रोसेस संभव हुई। वह भी इस पाठ में दुनिया में नेशनलिज़्म के लिए महत्वपूर्ण समाजशास्त्रीय विचार और परिणामों के बारे में बताया गया है। इस पाठ में आप भारत में राजनीतिक शक्तियों के विस्तृत अध्ययन एवं उनके राष्ट्र के विकास में योगदान के बारे में भी जान पायेंगे।
पाठ 2 : क्षेत्रवाद की स्थापना एवं भारत के विदेशी नीति
यह एक महत्वपूर्ण विषय है जो विद्यार्थियों को समझने में मदद करता है कि भारत के नेशनल इंटरेस्ट क्या होते हैं और इनके लिए क्या किया जा सकता है। इस पाठ में, क्षेत्रवाद के क्लिष्ट विवरण, भारत की विदेश नीति, संयुक्त राष्ट्र के संगठन और क्यों इसकी जरूरत हुई थी, इत्यादि के बारे में चर्चा की गई है।
पाठ 3 : नई और नवीनीकरणीय चरण
इस पाठ में, भारत के विकास को समझाने के लिए संशोधन और नवीनीकरण के बारे में बताया गया है। यह विद्यार्थियों को प्रेरित करता है कि उन्हें प्रौद्योगिकी एवं संशोधन जैसी परिवर्तनात्मक क्षमताओं पर जोर देने की जरूरत है।
पाठ 4 : गणराज्य के संप्रभुत्व और लोकतंत्र
यह पाठ विद्यार्थियों को लोकतंत्र की नींव पर स्थापित होने वाले गणराज्य के बारे में समझाने के लिए है। इस पाठ में विद्यार्थियों को समझ में आएगा कि लोकतंत्र के अवशेष भारत में कैसे ह्यूमन राइट्स, मीडिया और लोकतंत्र में राजनीतिक कट्टरता जैसी विषयों पर ध्यान देने की जरूरत होती है।
इसके अतिरिक्त, हम आपको कुछ विषयों का विस्तृत अध्ययन करने की सलाह देते हैं। इन विषयों को पढ़कर आप इन्हें हल करने के लिए शक्तिशाली हो जाते हैं।
- कृषि और उद्यम
- आधुनिकीकरण के प्रभाव
- मानव अधिकारों की गणना
- वैश्विक व्यापार एवं कारोबार के उत्थान
इन पाठों का अध्ययन आपको समाजिक विज्ञान में एक निरंतर विकास और एक मजबूत नींव बनाने में सहायक होगा।
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