मध्याह्न भोजन कार्यक्रम के तहत जिले के सभी सरकारी स्कूलों, मदरसों और विशेष प्रशिक्षण केंद्रों में कक्षा 1 से 8 तक के छात्रों को सप्ताह में दो बार पाउडर दूध से बना दूध दिया जाएगा।
मध्यान्ह भोजन योजना के तहत “मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना” शुरू करने का मुख्य लक्ष्य अधिक से अधिक बच्चों को स्कूल भेजना है, उन्हें वहां लंबे समय तक रखना है, उन्हें स्कूल छोड़ने से रोकना है, उनके पोषण में सुधार करना है, और उन्हें मैक्रो और सूक्ष्म पोषक तत्वों की उन्हें जरूरत है। इस योजना के तहत राजस्थान को-ऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन लिमिटेड पाउडर दूध (आरसीडीएफ) का क्रय एवं वितरण करेगी।
दूध वितरण | milk distribution
जिले में आयुक्तालय मध्याह्न भोजन द्वारा 101,800 किग्रा. पाउडर वाला दूध पहले ही दिया जा चुका है। राजस्थान को-ऑपरेटर डेयरी फेडरेशन लिमिटेड (आरसीडीएफ) ने जो अलग रखा है, उसके आधार पर पाउडर वाला दूध सीधे स्कूलों में उनके दरवाजे पर भेजा जाएगा।
हर स्कूल में प्रार्थना सभा के ठीक बाद अगले दो दिनों तक छात्रों को दूध पिलाया जाएगा। 1. मंगलवार 2. शुक्रवार
नोट: यदि प्रश्न वाले दिन अवकाश है, तो अगले स्कूल दिवस पर दूध दिया जाएगा।