मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने कोटा में प्रस्तावित ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट भूमि का निरीक्षण किया। उन्होंने कोटा-बूंदी के बीच शम्भूपुरा-जाखमुंड गांवों में प्रस्तावित एयरपोर्ट के लिए चिन्हित स्थान पहुंचकर प्रगति की जानकारी ली। श्री गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट विकास के लिए प्रतिबद्ध है। हमने मंत्रिमंडल में निर्णय लेकर नगर विकास न्यास कोटा द्वारा एयरपोर्ट अथॉरिटी को निःशुल्क 34 हैक्टेयर भूमि हस्तांतरित कराई। साथ ही डायवर्जन राशि की प्रथम किश्त 21 करोड़ 13 लाख रुपए भी वन विभाग को दिए गए। इसके बावजूद केंद्र सरकार निर्माण कार्य शुरू नहीं करा पाई है।
अब केन्द्र सरकार और स्थानीय सांसद व लोकसभा अध्यक्ष श्री ओम बिड़ला को प्रयास करने चाहिए। स्थानीय सांसद होने से यह उनका कर्तव्य है कि कार्य को आगे बढ़ाए। केंद्र सरकार द्वारा विकास के लिए मना किए जाने पर राज्य सरकार अपने संसाधनों से पूरा कराएंगी। राज्य सरकार ने जिस तरह किशनगढ़ एयरपोर्ट विकास को आगे बढ़ाया, उसी तरह कोटा एयरपोर्ट के लिए भी संकल्पित है। उन्होंने कहा कि कोटा में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए एयरपोर्ट अत्यावश्यक है।
कोटा जिला कलेक्टर श्री ओमप्रकाश बुनकर ने नक्शे के जरिए रूपरेखा से अवगत कराया। स्वायत्त शासन मंत्री श्री शांति धारीवाल, पूर्व शिक्षा राज्यमंत्री श्री गोविंद सिंह डोटासरा, विधायक भरत सिंह कुन्दनपुर, श्री रफीक खान, बूंदी कलेक्टर श्री रविंद्र गोस्वामी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे। इससे पहले श्री गहलोत ने सर्किट हाउस, कोटा में जनसुनवाई भी की।