
जी-मेल का पासवर्ड स्ट्रांग रखें, मोबाइल नंबर को कभी भी पासवर्ड नहीं बनाएं
यदि कोई यह कह रहा है कि किसी ने उसका वाट्सएप हैक कर लिया है तो वह गलत कह रहा है। वाट्सएप नहीं होता है, आपकी जीमेल आईडी हैक हुई है। यह आईडी भी उन लोगों की हैक हो रही है जिन्होंने अपनी जीमेल आईडी का पासवर्ड मोबाइल नंबर को रखा है। और टूकॉलर में अपनी जीमेल आईडी दे रखी है। लेकिन जी-मेल आईडी कैसे हैक हुई? इसे समझना जरूरी है। एकदम आसान तरीका है, जब भी कोई ट्रूकॉलर पर नंबर सर्च करेगा, तो उसका मोबाइल नंबर और जीमेल आईडी दोनों ही मिल जाए और फोटो वाट्सएप पर मिल ही गई, तो साइबर ठग द्वारा जीमेल से आपकी कांटेक्ट लिस्ट चुरा ली जाती है। फिर आपका फोटो लगाकर आपने जानकारों को मैसेज कर मदद के नाम ठगी करना शुरु कर दिया जाता है।
पासवर्ड को स्ट्रांग क्यों व कैसे बनाए?
स्ट्रांग पासवर्ड अकाउंट को हैकर्स से बचाने में मददगार साबित होते हैं। बैंकिंग सर्विस हो या फिर सोशल मीडिया पासवर्ड यदि स्ट्रांग ना हो तो आसानी से इन्हें क्रैक किया जा सकता है, इसी वज़ह से कई बैंक और अन्य साइट्स यूजर को पासवर्ड बनाते वक्त कुछ सुझाव भी देती हैं जिससे की पासवर्ड मजबूत हो और हैकर्स यूजर्स द्वारा क्रिएट किए गए पासवर्ड आसानी से ब्रैक ना कर पाएं।
बैंक और कुछ साइट्स अपने यूजर्स को हैकर्स द्वारा फैलाए गए जाल से बचाने के लिए सुझाव देती है की पासवर्ड कम से कम 8 करैक्टर का होना चाहिए। 8 करैक्टर का पासवर्ड होने के अलावा पासवर्ड में नंबर, upper lower case और स्पेशल करैक्टर का इस्तेमाल किया जाना चाहिए। (Upper Case में कैपिटल लेटर्स (A-Z) का इस्तेमाल करते हैं)। Lower Case में (a-z) करैक्टर का इस्तेमाल किया जाता है।)
पासवर्ड में डिज़िट भी अहम भूमिका निभाते हैं तो पासवर्ड क्रिएट करते वक्त (0-9) का इस्तेमाल कर सकते हैं। अधिकतर लोग PASSWORD, 123456, ILOVEYOU, KIRSHNA, SAIRAM, OMSAIRAM जैसे शब्दों को पासवर्ड बना लेते है जो कि एक बहुत बड़ी गलती है। ऐसी गलती आप कदापि नही करे।
- पासवर्ड में अल्फाबेट यानी ABCD और नंबर यानी 1234 दोनों का इस्तेमाल करें
- पासवर्ड में किसी अल्फाबेट को कैपिटल जरूर करें, कोशिश करें बीच वाले को
- पासवर्ड को 8 कैरेक्टर से कम ना करें, बल्कि 10-12 कैरेक्टर जरूर करें
- पासवर्ड में स्पेशल कैरेक्टर जैसे ! @ # $ % ^ & * ) का भी प्रयोग जरूर करें
- कभी भी अपने नाम, बर्थडेट, फैमिली मेंबर या जगह के नाम पर ना बनाएं
- कभी भी अपने मोबाइल नंबर या एरिया पिन कोड को पासवर्ड ना बनाएं
युवाओं से अपील
युवाओं से अपील आप निगरानी में हैं, अपराधियों और गैंगस्टर्स को सोशल मीडिया पर फॉलो नहीं करें
पुलिस की साइबर सैल अपराधियों और गैंगस्टर्स से प्रभावित होकर उनका सहयोग, समर्थन करने वाले युवाओं को चिह्नित कर रही है। जिले के युवाओं से अपील की गई है कि आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों को वाट्सअप, फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम सहित अन्य किसी भी सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर फॉलो नहीं करें और न ही इनका महिमामंडन करें। सोशल मीडिया पर यदि कोई अपराधियों को फॉलो कर रहा है या फिर किसी तरह की सांप्रदायिक पोस्ट या आपराधिक पोस्ट भेज रहा है तो उसकी सूचना तुरंत संबंधित थाना पुलिस को दें। सूचना देने वाले का नाम गोपनीय रखा जाएगा।