
स्वामी विवेकानन्द राजकीय मॉडल स्कूल योजना
(1) परिचय:-
राज्य में मॉडल विद्यालयों के संचालन की शुरूआत वर्ष 2014-15 से की गई। राज्य में 186 शैक्षिक दृष्टि से पिछड़े क्षेत्रो में से 134 ब्लॉक में 134 स्वामी विवेकानन्द राजकीय मॉडल विद्यालय संचालित हैं। मॉडल विद्यालय अंग्रेजी माध्यम के, विज्ञान संकाय के, सीबीएसई नई दिल्ली से सम्बद्धता प्राप्त विद्यालय हैं। इन विद्यालयों को केन्द्रीय विद्यालयों की तर्ज पर शैक्षिक दृष्टि से पिछडे़ क्षेत्रों में विकसित किया गया हैं। ये विद्यालय पिछडे़ ब्लॉक के लिए Centre of Excellence के रूप में कार्य कर रहे हैं। सत्र 2016-17 से मॉडल विद्यालय झालरापाटन (झालावाड़) में डे बोर्डिंग प्रारम्भ किया गया।
(2) वर्तमान स्थितिः-
राज्य में 186 पुराने शैक्षणिक दृष्टि से पिछडे़ ब्लॉक्स (EBB) में से 134 में सत्रवार निम्न प्रकार से स्वामी विवेकानन्द राजकीय मॉडल विद्यालयों का संचालन किया जा रहा हैः-

(3) प्रावधान:-
राज्य में यह योजना वर्ष 2009-10 से प्रारम्भ की गई जिसमें भारत सरकार व राज्य सरकार का वित्तीय प्रावधान 75:25 प्रतिशत था। सत्र 2015-16 से योजना को भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान से समाप्त कर देने के कारण अब आवर्ती मद में इसका शत प्रतिशत वित्तिय प्रबन्धन राज्य सरकार द्वारा किया जा रहा है। बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मॉडल स्कूल में 55 प्रतिशत सीट बालिकाओं हेतु आरक्षित है। मॉडल विद्यालय में प्रति विद्यार्थी प्रतिवर्ष 4750/- रुपये गतिविधि मद का प्रावधान है।
(4) उद्देश्य:-
1. योजना का उद्देश्य केन्द्रीय विद्यालयों की तर्ज पर प्रत्येक पिछड़े ब्लॉक में कम से कम एक ऐसा विद्यालय उपलब्ध हो, जो उस ब्लॉक के अन्य विद्यालयों के लिए आदर्श स्थापित कर सके।
2. मॉडल विद्यालयों को ब्लॉक के संदर्भ केन्द्रों के रूप में विकसित करना।
3. विद्यार्थियों के चहुँमुखी व्यक्तित्व का विकास करना।
4. मॉडल विद्यालयों को माध्यमिक शिक्षा के ‘‘उत्कृष्ट केन्द्र” के रूप में विकसित करना।
5. आधुनिक सुविधाओं से युक्त विद्यालय स्थापित करना।
(5) विशेषताएँ:-
1. स्वामी विवेकानन्द के नाम से मॉडल स्कूलों का नामकरण समरूपता के आधार पर।
2. प्रतीकात्मक पहचान के उद्धेश्य से ‘लोगो‘।
3. कक्षा 6 से 12 में अध्ययनरत छात्राओं हेतु ट्रांसपोर्ट वाउचर सुविधा।
4. राज्य सरकार की समस्त छात्रवृतियों का लाभ मॉडल स्कूल में अध्ययनरत विद्यार्थियों को देय।
5. नियमित स्वास्थ्य परीक्षण एवं प्रत्येक विद्यार्थी हेतु स्वास्थ्य कार्ड।
6. कार्यानुभव, चित्रकला, संगीत, योग कक्षाओं हेतु शिक्षक।
7. मॉडल विद्यालय में शैक्षणिक एवं गैर शैक्षणिक स्टॉफ के लिए ड्रेस कोड।
8. विद्यार्थियों के लिए हाउस सिस्टम का प्रावधान-वेदांत, रामाकृष्ण, नरेन्द्र व विवेकानन्द हाउस।
9. शिक्षकों एवं विद्यार्थियों हेतु डायरी एवं आई कार्ड।
10. शैक्षणिक एवं गैर शैक्षणिक स्टॉफ हेतु डेढ घण्टे की अतिरिक्त समयावधि।
11. विद्यालय पत्रिका ‘‘प्रवाह” का प्रकाशन।
12. विद्यालय की वेबसाईट।
13. राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद, जयपुर द्वारा मॉडल विद्यालय टेबल केलेण्डर का प्रकाशन।
14. प्रतिमाह शिक्षक अभिभावक बैठक।
15. विद्यार्थियों हेतु प्रतिवर्ष चार एक्सपोजर विजिट का प्रावधान।
16. संस्था प्रधानों हेतु भ्रमण यात्रा (Excursion Visit) का प्रावधान।
17. स्काउट गाईड गतिविधि।
18. 71 मॉडल विद्यालयों में विज्ञान क्लब एवं स्टार्ट-अप बूट क्लब का संचालन।
19. क्लस्टर एवं स्टेट लेवल पर आर्ट एण्ड क्राफ्ट प्रतियोगिता, सोशल साईंस एक्जीबिशन, साईंस फेयर, मेथ्स ऑलम्पियाड, इग्लिश एवं हिन्दी एक्सटेम्पोर तथा अंग्रेजी नाटक का आयोजन।
20. शिक्षकों हेतु शिक्षण विद्या प्रतियोगिता मॉडल एज्यूकेटर-विद्यालय, क्लस्टर व राज्य स्तर पर।
21. 20 कम्प्यूटर की आईसीटी लैब।
22. इंग्लिश लैंग्वेज लैब।
23. के-यान प्रोजेक्टर।
24. स्कूल बैण्ड व बैंड प्रतियोगिता।
25. सीसीटीवी कैमरा।
26. स्मार्ट एण्ड वर्चुअल क्लास रूम।
27. छात्राओं हेतु सेनेटरी नेपकिन, डिस्पेंसर व इनसिनिरेटर।
28. केन्द्रीयकृत साउण्ड सिस्टम।
29. डिजिटल लाईब्रेरी।
30. ग्रीष्मावकाश में अभिरूचि कक्षाओं का आयोजन।