जिला स्तरीय डायमंड जुबली स्काउट गाइड मिनी जंबूरी 29 नवंबर से

जिला स्तरीय डायमंड जुबली स्काउट गाइड मिनी जंबूरी 29 नवंबर से

जिला स्तरीय डायमंड जुबली स्काउट गाइड मिनी जंबूरी का आयोजन 29 नवंबर को राजस्थान के चूरू जिले के सरदारशहर स्थित एसबीडी राजकीय महाविद्यालय में किया जाएगा। यह कार्यक्रम भारत स्काउट एवं गाइड के 75वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आयोजित हो रहा है और इसमें लगभग 2500 युवा स्काउट गाइड भाग लेंगे। इस आयोजन का उद्देश्य न केवल स्काउटिंग को बढ़ावा देना है, बल्कि यह युवा पीढ़ी में नेतृत्व कौशल का विकास और सामुदायिक सेवा के प्रति जागरूकता लाना भी है।

इस विशेष आयोजन की महत्ता

जिला कलक्टर अभिषेक सुराणा के निर्देशन में आयोजित होने वाला यह मिनी जंबूरी कार्यक्रम युवा पीढ़ी के सशक्तिकरण और उनके भीतर नेतृत्व का गुण विकसित करने हेतु एक महत्वपूर्ण कदम है। यह विशेष अवसर बच्चों को व्यक्तिगत विकास का मार्ग प्रदान करने के साथ ही सामूहिकता, सहयोग और बदलाव की दिशा में भी प्रेरित करेगा। इस जंबूरी के दौरान विभिन्न प्रकार की गतिविधियाँ, जैसे एकता मार्च, सांस्कृतिक कार्यक्रम, और स्काउट गाइड कौशल प्रतियोगिताएँ आयोजित की जाएंगी।

भारत में स्काउटिंग का इतिहास

स्काउटिंग का आंदोलन भारत में 1910 में स्थापित किया गया था, जिसका मुख्य उद्देश्य युवा लोगों में आत्म-विश्वास, नेतृत्व कौशल, और सामाजिक जिम्मेदारी की भावना का विकास करना है। यह ऐसा मंच है जहां बच्चे विभिन्न शारीरिक गतिविधियों के माध्यम से व्यक्तिगत और नैतिक विकास कर सकते हैं। स्काउट गाइड गतिविधियों द्वारा बच्चे अनुशासन, निर्णय लेने की कला, और सामुदायिक सेवा का महत्व समझते हैं।

जंबूरी के आयोजन की योजना

जिला कलक्टर ने समस्त अधिकारियों को दायित्व सौंपकर कार्यक्रम की योजना बनाई है। उपखंड अधिकारी को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कार्यक्रम सुचारू रूप से संपन्न हो। यह आयोजन सिर्फ न केवल स्काउट किए जाने वाले कौशल का प्रदर्शन करेगा, बल्कि बच्चों को पर्यावरण संरक्षण के तहत जागरूकता की महत्वपूर्ण कार्यशालाएँ भी प्रदान करेगा।

स्काउट गाइड गतिविधियाँ और उनके फायदे

इस आयोजन में भाग लेने वाले युवा स्काउट गाइड विभिन्न गतिविधियों में भाग लेंगे, जैसे खेल, कला, और शिल्पकला प्रतियोगिताएँ। ये सभी गतिविधियाँ न केवल मनोरंजन का माध्यम हैं, बल्कि बच्चे अपने विकास और रचनात्मकता को बढ़ावा देने का एक अनूठा अवसर भी प्राप्त करेंगे।

1. नेतृत्व कौशल का विकास

जंबूरी में भाग लेकर बच्चे अपने नेतृत्व कौशल का विकास कर सकेंगे। विभिन्न सामूहिक गतिविधियों में भाग लेते समय, उन्हें अपनी टीम को मार्गदर्शित करने और निर्णय लेने की आवश्यकता होती है, जो उनके व्यक्तित्व को निखारेगी।

2. आत्म-अनुशासन और आत्मविश्वास

स्काउट गाइड गतिविधियाँ आत्म-अनुशासन और आत्म-विश्वास के विकास में सहायक होती हैं। जब बच्चे विभिन्न चुनौतियों का सामना करते हैं, तो उनकी निर्णय लेने की क्षमता में वृद्धि होती है, जो उन्हें आगे बढ़ने में मदद करती है।

3. समुदाय सेवा का बोध

इस कार्यक्रम में भाग लेकर बच्चे सामुदायिक सेवा के महत्व को भी समझते हैं। वे सीखते हैं कि कैसे दूसरों की मदद करना और समाज में सकारात्मक बदलाव लाना आवश्यक है।

4. पर्यावरणीय जागरूकता

इस अवसर पर, बच्चों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करने के लिए आयोजनों का आयोजन किया जाएगा, जो उन्हें प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण के महत्व को समझाने में मदद करेगा।

विशेषज्ञों की भागीदारी

इस कार्यक्रम में विभिन्न विशेषज्ञों को आमंत्रित किया जाएगा, जो बच्चों को अपने अनुभवों के माध्यम से प्रेरित करेंगे। ये विशेषज्ञ बच्चों को सफलता के उपाय बताएंगे और उन्हें अपने जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करेंगे।

सामुदायिक सहयोग का महत्व

इस आयोजन का एक महत्त्वपूर्ण पहलू यह है कि यह स्थानीय समुदाय के साथ सामूहिकता को बढ़ावा देता है। जब बच्चे अपने समुदाय के साथ मिलकर कार्य करते हैं, तो इससे समाज में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।

राजस्थान सरकार का यह कदम न केवल स्काउटिंग के महत्व को उजागर करता है, बल्कि यह सामूहिकता और सहयोग की भावना को भी मजबूती प्रदान करता है।

युवा पीढ़ी का भविष्य

युवा पीढ़ी ही भविष्य की नींव है। इस प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन उन्हें न केवल व्यक्तिगत स्तर पर सशक्त बनाता है, बल्कि समाज में उनकी भूमिका को भी स्पष्ट करता है।

जिला स्तरीय डायमंड जुबली स्काउट गाइड मिनी जंबूरी के माध्यम से हम यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि आने वाली पीढ़ियाँ समाज के प्रति अपने कर्तव्यों और जिम्मेदारियों को समझें।

जिला कलक्टर का योगदान

जिला कलक्टर अभिषेक सुराणा का इस आयोजन में योगदान अत्यंत सराहनीय है। उन्होंने अधिकारियों को दायित्व सौंपकर समुचित दिशा-निर्देश दिए हैं, जिससे आयोजन सफलतापूर्वक संपन्न हो सके।

स्काउट गाइड गतिविधियों का सामाजिक प्रभाव

स्काउट गाइड आंदोलन ने हमेशा समाज पर सकारात्मक प्रभाव डाला है। यह न केवल बच्चों को नैतिक शिक्षा देता है, बल्कि उन्हें देश के प्रति अपने कर्तव्यों को भी समझाता है। स्काउट गाइड गतिविधियों में भाग लेते समय, बच्चे नैतिकता, सहानुभूति, और जिम्मेदारी सीखते हैं, जो उन्हें भविष्य में एक बेहतर नागरिक बनाने में मदद करती हैं।

अंत में

जिला स्तरीय डायमंड जुबली स्काउट गाइड मिनी जंबूरी का आयोजन एक ऐसा प्लेटफार्म है, जो न केवल युवा पीढ़ी को एकजुट करता है, बल्कि उन्हें एक सकारात्मक दिशा में अग्रसर करता है। इस अवसर पर, हम इस विचार को प्रमोट कर सकते हैं कि जब हम अपने युवा पीढ़ी को सशक्त बनाते हैं, तो हम समाज के हर पहलू में एक बेहतर दिशा देने में मदद कर सकते हैं।

यह आयोजन ना केवल एक गतिविधि है, बल्कि यह एक बड़ा परिवर्तन लाने का माध्यम है।

आप अधिक जानकारी के लिए राजस्थान सरकार का आधिकारिक शिक्षा पोर्टल पर जा सकते हैं।

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