प्रकाश परावर्तन तथा अपवर्तन
Reflection and Refraction of Light
प्रकाश एक ऊर्जा है जो तरंगों के रूप में यात्रा करता है। प्रकाश की तरंगें विद्युत चुम्बकीय तरंगें होती हैं, जो विद्युत और चुम्बकीय क्षेत्रों के दोलनों से बनी होती हैं।
प्रकाश परावर्तन तब होता है जब प्रकाश एक सतह से टकराता है और उसी माध्यम में वापस लौट जाता है। प्रकाश के परावर्तन के दो नियम हैं:
Reflection of Light
Reflection of light occurs when light strikes a surface and bounces back into the same medium. There are two laws of reflection of light:
प्रकाश अपवर्तन तब होता है जब प्रकाश एक माध्यम से दूसरे माध्यम में प्रवेश करता है। प्रकाश के अपवर्तन के दो नियम हैं:
Refraction of Light
Refraction of light occurs when light enters one medium from another. There are two laws of refraction of light:
प्रकाश परावर्तन और अपवर्तन के उदाहरण
Examples of reflection and refraction of light
Applications of reflection and refraction of light
प्रकाश परावर्तन और अपवर्तन हमारे दैनिक जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वे हमें देखने, पढ़ने और अन्य कार्यों को करने में सक्षम बनाते हैं।
प्रकाश का परावर्तन और अपवर्तन
Reflection and Refraction of Light
प्रकाश एक ऊर्जा है जो तरंगों के रूप में यात्रा करता है। प्रकाश की तरंगें विद्युत चुम्बकीय तरंगें होती हैं, जो विद्युत और चुम्बकीय क्षेत्रों के दोलनों से बनी होती हैं।
प्रकाश परावर्तन
Reflection of Light
प्रकाश परावर्तन तब होता है जब प्रकाश एक सतह से टकराता है और उसी माध्यम में वापस लौट जाता है। प्रकाश के परावर्तन के दो नियम हैं:
Law of reflection: The angle of incidence equals the angle of reflection.
Law of reflection: The incident ray, the normal, and the reflected ray are all in the same plane.
प्रकाश अपवर्तन
Refraction of Light
प्रकाश अपवर्तन तब होता है जब प्रकाश एक माध्यम से दूसरे माध्यम में प्रवेश करता है। प्रकाश के अपवर्तन के दो नियम हैं:
Snell’s law: The angle of refraction is equal to the ratio of the refractive indices of the two media multiplied by the angle between the incident ray and the normal to the boundary surface between the two media.
Glare: Glare is the light reflected from a surface that is too bright. Glare can make it difficult to see objects.
Applications of reflection and refraction of light
Applications of reflection and refraction of light
प्रकाश परावर्तन और अपवर्तन हमारे दैनिक जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वे हमें देखने, पढ़ने और अन्य कार्यों को करने में सक्षम बनाते हैं।
गोलीय दर्पण
Spherical mirrors
गोलीय दर्पण एक प्रकार का दर्पण होता है जो एक गोले के हिस्से से बना होता है। गोलीय दर्पणों को उनके वक्रता के केंद्र (C) और त्रिज्या (R) के आधार पर वर्गीकृत किया जाता है।
वक्रता के केंद्र (C): वक्रता का केंद्र वह बिंदु होता है जिससे गोलीय दर्पण का वक्रता होता है।
त्रिज्या (R): त्रिज्या वक्रता के केंद्र से दर्पण के किनारे तक की दूरी होती है।
गोलीय दर्पणों के प्रकार
गोलीय दर्पणों के उपयोग
प्रकाश का परावर्तन और अपवर्तन और गोलीय दर्पण प्रकाशिकी के दो महत्वपूर्ण विषय हैं। ये विषय हमारे दैनिक जीवन में कई उपयोगी अनुप्रयोगों में पाए जाते हैं।
मानव नेत्र
The Human Eye
मानव नेत्र एक जटिल अंग है जो हमें देखने की क्षमता प्रदान करता है। नेत्र का मुख्य कार्य प्रकाश को एकत्र करना और इसे एक छवि में परिवर्तित करना है। नेत्र में निम्नलिखित भाग होते हैं:
दृष्टि दोष तथा उनका संशोधन
Defects of vision and their correction
दृष्टि दोष तब होते हैं जब नेत्र ठीक से काम नहीं करता है और छवियों को स्पष्ट रूप से नहीं देख सकता है। दृष्टि दोष के कुछ सामान्य प्रकार हैं:
प्रिज्म से प्रकाश का अपवर्तन
Refraction of light through a prism
प्रिज्म एक बहुभुज होता है जिसमें दो समतल सतहें होती हैं जो एक तीव्र कोण पर मिलती हैं। प्रिज्म से गुजरने वाला प्रकाश अपवर्तित होता है, जिसका अर्थ है कि यह अपनी दिशा बदलता है।
प्रिज्म से प्रकाश के अपवर्तन के कारण, श्वेत प्रकाश अपने घटक रंगों में विभाजित हो जाता है। इस घटना को विक्षेपण कहा जाता है।
काँच के प्रिज्म द्वारा श्वेत प्रकाश का विक्षेपण
Dispersion of white light by a glass prism
काँच के प्रिज्म द्वारा श्वेत प्रकाश के विक्षेपण के कारण, लाल रंग सबसे कम विचलित होता है, जबकि बैंगनी रंग सबसे अधिक विचलित होता है। इसका कारण यह है कि विभिन्न रंगों के प्रकाश के लिए काँच का अपवर्तनांक भिन्न होता है।
वायुमंडलीय अपवर्तन
Atmospheric refraction
वायुमंडलीय अपवर्तन वह घटना है जिसमें प्रकाश वायुमंडल के माध्यम से यात्रा करते समय अपवर्तित होता है। वायुमंडलीय अपवर्तन के कारण, दूर की वस्तुएँ उनके वास्तविक स्थान से ऊपर दिखाई दे सकती हैं।
प्रकाश का प्रकीर्णन
Scattering of light
प्रकाश का प्रकीर्णन वह घटना है जिसमें प्रकाश विभिन्न दिशाओं में फैल जाता है। प्रकाश का प्रकीर्णन विभिन्न कारणों से हो सकता है, जैसे कि धूल के कण, गैस के अणु और अन्य पदार्थ।
प्रकाश का प्रकीर्णन सूर्योदय और सूर्यास्त के समय आसमान को लाल दिखाने के लिए जिम्मेदार है। इसका कारण यह है कि सूर्य के प्रकाश को वायुमंडल में यात्रा करने के लिए लंबा रास्ता तय करना पड़ता है, और इस दौरान अधिकांश नीला और हरा प्रकाश प्रकीर्णित हो जाता है।