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शिक्षा विभाग राजस्थान के लिए दैनिक सांध्य समाचार – 11 जनवरी 2024: समस्या समाधान एवं आदेशों का सार

MGGS स्कूलों की फ्री किताब: परेशानी का हल मिल गया!

  • इसी साल MGGS बने स्कूलों में हिंदी-अंग्रेजी किताबों की दिक्कत?
  • अब चिंता मत करो, ये आसान 4 स्टेप अपनाओ:
  1. शाला दर्पण लॉगिन, “स्कूल” टैब में “प्रोफाइल अपडेट” पर जाओ।
  2. “पढ़ाई माध्यम” में हिंदी-अंग्रेजी दोनों चुनें।
  3. “विद्यार्थी” टैब में “प्रपत्र-9” में हर बच्चे का माध्यम भरो।
  4. “योजना” टैब में “चयनित पुस्तकें” में जरूरी माध्यम चुनें।

अब “फ्री टेक्स्ट बुक डिमांड” में सही किताबें दिखेंगी, डिमांड करो और पढ़ाओ!

याद रखना:

  • सत्र 24-25 की डिमांड से पहले 23-24 की वितरण एंट्री करो।
  • गलत माध्यम दिखे तो फिर “चयनित पुस्तकें” में जाकर ठीक करो।

अब आसानी से फ्री किताबें मंगाओ, बच्चों को खूब पढ़ाओ!

ACP प्रकरणों का स्टाफ लॉगिन पर रिवर्ट

जयपुर, 12 जनवरी। माध्यमिक शिक्षा विभाग ने शाला दर्पण पोर्टल पर ACP प्रस्तावित तिथि 01-04-2023 एवं उसके बाद के आवेदित प्रकरणों में से विभिन्न लॉगइन पर पेंडिंग प्रकरणों को स्टाफ लॉगिन पर रिवर्ट कर दिया है।

शाला दर्पण टीम के अनुसार, इन प्रकरणों का पुन: आवेदन ACP/MACP के विकल्प के साथ करना होगा। सभी कार्मिकों और संस्था प्रधानों से अनुरोध है कि वे अपने आवेदनों की स्थिति की जांच करें और यदि आवश्यक हो तो पुन: आवेदन करें।

इस कदम से ACP प्रकरणों के निस्तारण में तेजी आएगी और कार्मिकों को सुविधा होगी।

स्कूलों में समस्याएं दूर होंगी जल्दी, शिक्षा निदेशालय सख्त!

  • शाला संबलन एप से मिली शिकायतों का जल्दी समाधान करना होगा
  • हर स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं, रिपोर्ट देखनी होगी रोजाना
  • टिकट बंद करने से पहले स्कूल जाकर खुद करेंगे सत्यापन

बीकानेर : माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने प्रदेश के स्कूलों में लंबित समस्याओं पर सख्ती दिखाई है। शाला संबलन एप के जरिए स्कूलों में मिल रही खामियों से जुड़े टिकट जल्दी से सुलझाने के निर्देश सभी अधिकारियों को दिए गए हैं। लापरवाही करने वालों पर कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई है।

अभी भी बड़ी संख्या में टिकट खुले पड़े हैं, जिन्हें सुलझाया नहीं गया है। निदेशालय का कहना है कि ऐसी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अब हर दिन हर अधिकारी को अपने से जुड़े टिकटों का स्टेटस देखना होगा।

हर स्तर पर होगी जवाबदेही तय

  • प्रिंसिपल रोजाना स्कूल से जुड़े टिकट देखेंगे और सुलझाएंगे। जो नहीं सुलझ पाएंगे, उन्हें पीईओ/यूसीईओ के पास भेजेंगे।
  • पीईओ/यूसीईओ अपने स्कूलों के टिकट सुलझाएंगे, नहीं कर पाए तो सीबीईओ को भेजेंगे।
  • सीबीईओ अपने जिले के टिकट सुलझाएंगे, नहीं कर पाए तो सीडीईओ को भेजेंगे।
  • सीडीईओ अपने संभाग के टिकट सुलझाएंगे, नहीं कर पाए तो जेडी को भेजेंगे।

अगर किसी स्तर पर लापरवाही हुई तो संबंधित अधिकारी जिम्मेदार होंगे।

खुद करेंगे स्कूलों का सत्यापन

टिकट बंद करने से पहले पीईओ/यूसीईओ को खुद स्कूल जाकर देखना होगा कि समस्या का समाधान हुआ है या नहीं। अगर ठीक से समाधान नहीं हुआ तो टिकट फिर खोल दिया जाएगा।

निदेशालय का मानना है कि इन सख्त कदमों से स्कूलों की समस्याएं जल्दी सुलझेंगी और शिक्षा का स्तर भी बढ़ेगा।

विद्यार्थियों के हितों को केन्द्र में रखकर विभागीय गतिविधियों का संचालन करे शिक्षा विभाग

जयपुर। शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने गुरुवार को शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि विद्यार्थियों के हितों को केन्द्र में रखकर विभागीय गतिविधियों, योजनाओं और कार्यक्रमों का प्रभावी संचालन करें। उन्होंने कहा कि विभाग के सभी अधिकारी, शिक्षक और कार्मिक विद्यार्थियों के सर्वांगीय विकास के लिए एक टीम के रूप में मिलकर कार्य करें।

दिलावर ने शिक्षा विभाग की 100 दिवसीय कार्ययोजना, शाला दर्पण पोर्टल, ज्ञान संकल्प पोर्टल एवं राजस्थान पाठ्य पुस्तक मंडल की कार्यप्रणाली सहित अन्य गतिविधियों, योजनाओं और कार्यक्रमों की प्रगति की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि आमजन की ओर से प्राप्त अच्छे और व्यवहारिक सुझावों के आधार पर विभाग में सुधार के लिए निरंतर पहल की जाए।

शिक्षा मंत्री ने प्रदेश के सरकारी स्कूलों में अध्ययनरत विद्यार्थियों के जाति और मूल निवास प्रमाणपत्र जैसे आवश्यक दस्तावेजों को बनाने के लिए संस्था प्रधानों और जिला शिक्षा अधिकारियों के समन्वय से एक सिस्टम तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पाठ्य पुस्तक मंडल के स्तर पर यह सुनिश्चित किया जाए कि नए सत्र में स्कूलों के खुलते ही पाठ्यक्रम की सभी किताबें विद्यार्थियों के पास पहुंचें।

दिलावर ने सतत शिक्षा और साक्षरता से संबंधित गतिविधियों की प्रगति के बारे में भी अधिकारियों से फीडबैक लिया।

ब्लॉक रैंकिंग बढ़ाने का आसान तरीका!

ज्यादा किताबें, ज्यादा पॉइंट, ज्यादा रैंक! बस स्कूल शाला दर्पण पोर्टल पर ये करो:

  1. लॉगिन करो, “विद्यालय” टैब में “जिला रैंकिंग डेटा” ढूंढो।
  2. महीना-साल चुनो, 3 सवालों के जवाब दो और सबमिट करो।
  3. नीचे टेबल में देखें, एंट्री सही हुई तो खुश हो जाओ!
  4. हर महीने ये जरूर करो, भूल मत जाना!
  5. स्कूल के 10% बच्चों को हर महीने किताबें दो, रैंकिंग उछलेगी!
  6. 10% से ज्यादा करोगे तो और भी बढ़िया!

तो क्यूं देर, अभी करो एंट्री, बढ़ाओ स्कूल की शान!

याद रखें:

  • शाला दर्पण पोर्टल ही प्लेटफॉर्म है, कहीं और नहीं!
  • पर्याप्त किताबें हों, वरना सवाल उठेंगे!
  • एंट्री करते समय ध्यान से भरें, गलती की तो दिक्कत होगी!

अब समझ में आया ना? किताबें पढ़ाओ, रैंकिंग बढ़ाओ!

किताबें मंगाओ, बच्चों को पढ़ाओ!

  • शाला दर्पण लॉगिन, इस साल किताबें चेक करो।
  • फॉर्म 7/7A भरो, फिर प्लान में फ्री किताब चुनो।
  • कक्षा, बच्चे, किताबें भरकर लॉक करो, बस!

अगले साल की फ्री किताबें ऑर्डर कर लो, जल्दी करो!

श्रीगंगानगर में 20 जनवरी को जवाहर नवोदय विद्यालय प्रवेश परीक्षा

श्रीगंगानगर जिले में 20 जनवरी 2024 को जवाहर नवोदय विद्यालय प्रवेश परीक्षा आयोजित की जाएगी। परीक्षा के लिए जिले में 12 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं।

परीक्षा केंद्रों की सूची इस प्रकार है:

  • राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय श्रीगंगानगर (मल्टीपर्पज)
  • राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय मटका चौक श्रीगंगानगर
  • महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय इन्द्रा चौक श्रीगंगानगर
  • महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय नम्बर 2 श्रीगंगानगर
  • अनुपम धींगड़ा राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय पुरानी आबादी नम्बर 4 श्रीगंगानगर
  • शहीद सुभाष राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय पुरानी आबादी नम्बर 9 श्रीगंगानगर
  • राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय श्रीकरणपुर
  • महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय श्रीकरणपुर
  • शहीद कैपटन नवपाल सिंह सिधू राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय पदमपुर
  • राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय पदमपुर
  • राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय लालगढ़ जाटान
  • चुनादेवी राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय लालगढ़ जाटान

परीक्षा में कक्षा 6 में प्रवेश हेतु चयन किया जाएगा। परीक्षा में शामिल होने वाले विद्यार्थियों को अपने एडमिट कार्ड, आधार कार्ड और अन्य आवश्यक दस्तावेज साथ लेकर परीक्षा केंद्र पर पहुंचना होगा।