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छात्र उपस्थिति रजिस्टर का संधारण कैसे करें

छात्र उपस्थिति रजिस्टर का संधारण कैसे करें

छात्र उपस्थिति रजिस्टर एक महत्वपूर्ण दस्तावेज है जो विद्यालय में छात्रों की उपस्थिति को रिकॉर्ड करता है। यह रजिस्टर विद्यालय के प्रशासन और शिक्षकों के लिए एक महत्वपूर्ण उपकरण है क्योंकि यह छात्रों की उपस्थिति का अनुमान लगाने और शैक्षिक योजना बनाने में मदद करता है।

छात्र उपस्थिति रजिस्टर का संधारण करने के लिए निम्नलिखित चरणों का पालन करें:

  1. प्रत्येक कक्षा और वर्ग के लिए अलग-अलग रजिस्टर बनाएं। इससे आपको प्रत्येक कक्षा के छात्रों की उपस्थिति को आसानी से ट्रैक करने में मदद मिलेगी।
  2. रजिस्टर को सत्र शुरू होते ही संधारण करना शुरू करें। इससे आपको छात्रों की प्रवेश तिथि और कक्षा की जानकारी आसानी से दर्ज करने में मदद मिलेगी।
  3. सबसे पहले, पिछली कक्षा में अनुत्तीर्ण रहे और पूरक परीक्षा देने वाले छात्रों के नाम दर्ज करें। उसके बाद, उत्तीर्ण छात्रों के नाम दर्ज करें।
  4. प्रवेश प्रक्रिया पूरी होने के बाद, वर्णमाला के अनुसार अनुक्रमांक आवंटित करें। इससे आपको छात्रों को खोजने में आसानी होगी।
  5. प्रत्येक माह में प्रवेशांक अवश्य दर्ज करें। इससे आपको छात्रों की संख्या का अनुमान लगाने में मदद मिलेगी।
  6. छात्रों की प्रतिदिन दो बार हाजिरी ले जाएं। पहली हाजिरी सुबह की कक्षाओं के लिए और दूसरी हाजिरी शाम की कक्षाओं के लिए ली जा सकती है।
  7. उपस्थिति में 1, 2, 3, 4 का अंकन करें। 1 का मतलब है उपस्थित, 2 का मतलब है विलंब, 3 का मतलब है अल्प-उपस्थित और 4 का मतलब है अनुपस्थित।
  8. छात्र अनुपस्थित रहने पर कोलम में (A) और अवकाश पर रहने पर (L) लिखें। खेल, स्काउट, एनसीसी आदि में भाग लेने पर उपस्थिति कोलम में (D) लिखें। (D) वाले विद्यार्थी की उपस्थिति में काउंट होगी।
  9. उपस्थिति कोलम को किसी भी स्थिति में खाली न छोड़ें।
  10. प्रति मीटिंग, कुल उपस्थिति, अवकाश का योग लगाना आवश्यक है।
  11. प्रत्येक माह में औसतन उपस्थिति छात्र, छात्रा, अलग-अलग और एक साथ लिखें।
  12. राष्ट्रीय पर्व, 15 अगस्त, 26 जनवरी आदि को उपस्थिति का अंकन करें।
  13. परीक्षा अंतराल में उपस्थिति कोलम में ”अंतराल” लिखें और विद्यार्थियों की उपस्थिति काउंट होगी।

छात्र उपस्थिति रजिस्टर को समय पर और सही तरीके से संधारण करना महत्वपूर्ण है। इससे आपको छात्रों की उपस्थिति का बेहतर अनुमान लगाने और शैक्षिक योजना बनाने में मदद मिलेगी।

कुछ अतिरिक्त सुझाव:

  • रजिस्टर को साफ-सुथरा और व्यवस्थित रखें।
  • रजिस्टर में किसी भी प्रकार की गलती न करें।
  • रजिस्टर को सुरक्षित स्थान पर रखें।

छात्र उपस्थिति रजिस्टर के महत्व

छात्र उपस्थिति रजिस्टर का महत्व निम्नलिखित है:

  • यह विद्यालय के प्रशासन और शिक्षकों के लिए एक महत्वपूर्ण उपकरण है।
  • यह छात्रों की उपस्थिति का अनुमान लगाने में मदद करता है।
  • यह शैक्षिक योजना बनाने में मदद करता है।
  • यह छात्रों के शैक्षणिक प्रदर्शन का मूल्यांकन करने में मदद करता है।

छात्र उपस्थिति रजिस्टर का संधारण करना एक महत्वपूर्ण कार्य है। इसका सही तरीके से संधारण करके आप विद्यालय और छात्रों के लिए कई लाभ प्रदान कर सकते हैं।