यहाँ कुछ प्रमुख भूमिकाएं हैं:
पोषक तत्व चक्र: सूक्ष्मजीव कार्बन, नाइट्रोजन, फास्फोरस और अन्य पोषक तत्वों को एक रूप से दूसरे रूप में बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यह पौधों और जानवरों के विकास के लिए आवश्यक है।
अपघटन: सूक्ष्मजीव मृत जीवों और कार्बनिक पदार्थों को विघटित करते हैं, जिससे पोषक तत्व मिट्टी में वापस आ जाते हैं। यह मिट्टी की उर्वरता बनाए रखने में मदद करता है।
जल शोधन: सूक्ष्मजीव अपशिष्ट जल और प्रदूषित जल को साफ करने में मदद करते हैं। वे हानिकारक रसायनों और रोगाणुओं को तोड़ते हैं, जिससे पानी पीने योग्य बन जाता है।
जैव विविधता: सूक्ष्मजीव पृथ्वी पर सबसे विविध जीवों में से हैं। वे विभिन्न प्रकार के पारिस्थितिक तंत्रों में रहते हैं और जैव विविधता बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
रोग नियंत्रण: कुछ सूक्ष्मजीव रोगाणुओं को मारने या उन्हें नियंत्रित करने में मदद करते हैं। वे मनुष्यों और जानवरों को बीमारियों से बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
औद्योगिक उपयोग: सूक्ष्मजीवों का उपयोग विभिन्न प्रकार के औद्योगिक उत्पादों, जैसे कि एंटीबायोटिक दवाओं, एंजाइम, और खाद्य पदार्थों के उत्पादन में किया जाता है।
जलवायु परिवर्तन: सूक्ष्मजीव कार्बन डाइऑक्साइड को वायुमंडल से हटाने और उसे मिट्टी में जमा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यह जलवायु परिवर्तन को कम करने में मदद करता है।
पर्यावरण में सूक्ष्मजीवों की भूमिका जटिल और महत्वपूर्ण है। वे पृथ्वी पर जीवन को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
सूक्ष्मजीवों के बिना, हमारा पर्यावरण बहुत अलग होगा।
उदाहरण:
यह सूक्ष्मजीवों की कुछ भूमिकाओं का एक छोटा सा नमूना है।