लोथल से प्राप्त सूखी गोदी 2400 ईसा पूर्व की है।
लोथल की प्राचीन शुष्क गोदी।


लोथल से प्राप्त सूखी-गोदी 2400 ईसा पूर्व की है।
“लोथल से प्राप्त सूखी-गोदी 2400 ईसा पूर्व की है” कथन को आमतौर पर इतिहासकारों और पुरातत्वविदों द्वारा सटीक माना जाता है।
लोथल एक पुरातात्विक स्थल है जो भारत के आधुनिक राज्य गुजरात में स्थित है। यह प्राचीन सिंधु घाटी सभ्यता का एक प्रमुख शहर था, जो लगभग 2600 ईसा पूर्व से 1900 ईसा पूर्व तक इस क्षेत्र में फला-फूला।
लोथल की सूखी गोदी अपने समय की इंजीनियरिंग की एक उल्लेखनीय उपलब्धि है। यह एक बड़ी, आयताकार संरचना थी, जिसकी माप लगभग 227 मीटर x 11 मीटर थी, और इसे इंटरलॉकिंग ईंटों और चैनलों की एक परिष्कृत प्रणाली का उपयोग करके बनाया गया था। ड्राई-डॉक का उद्देश्य जहाजों को किनारे पर रखे बिना मरम्मत या रखरखाव की अनुमति देना था।
पुरातत्वविदों का मानना है कि लोथल में ड्राई-डॉक लगभग 2400 ईसा पूर्व और 1900 ईसा पूर्व के बीच उपयोग में था, जिससे यह दुनिया के सबसे पुराने ज्ञात ड्राई-डॉक में से एक बन गया। इसकी खोज प्राचीन सिंधु घाटी सभ्यता में मौजूद इंजीनियरिंग और समुद्री प्रौद्योगिकी के उन्नत स्तर पर प्रकाश डालती है।