Policy Updates

महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम सरकारी स्कूल राजस्थान सरकार की शिक्षा के क्षेत्र में एक अभिनव पहल

मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत की पहल पर प्रदेशभर में अंग्रेजी माध्यम में पढ़ाई के लिए शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम सरकारी स्कूल खोले जा रहे हैं।

राज्य सरकार द्वारा अब तक 1,700 से अधिक महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम विद्यालय खोले जा चुके हैं, जिनमें 3.50 लाख से ज्यादा बच्चे अध्ययन कर रहे हैं।

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती (वर्ष 2019) के अवसर पर महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय (अंग्रेजी माध्यम) कक्षा 1-12वीं तक स्थापित करने का निर्णय लिया गया।

स्कूल खोलने की शुरुआत जून, 2019 में हुई और राज्य के सभी जिला मुख्यालयों पर एक-एक विद्यालय शुरू किया गया। इन 33 विद्यालयों के प्रति विद्यार्थियों और अभिभावकों के रुझान को देखते हुए वर्ष 2020-21 में 172 ब्लॉक मुख्यालयों पर स्कूल खोले गए।

इन स्कूलों की लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि जयपुर के कावेरी पथ मानसरोवर स्थित महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम विद्यालय में वर्ष 2020-21 में 276 विद्यार्थी थे। वर्ष 2022-23 में यह संख्या बढ़कर 900 हो गई है। विद्यालय में प्रवेश के लिए काफी सिफारिशें आती हैं। पारदर्शिता के साथ प्रवेश देने के लिए लॉटरी सिस्टम लागू किया गया है।

दौसा जिले के छतरी वाली ढाणी के •महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम विद्यालय में वर्ष 2020-21 में 88 विद्यार्थी थे, जो वर्ष 2022-23 में बढ़कर 242 हो गए हैं। इसमें अध्ययनरत ज्यादातर विद्यार्थी निजी विद्यालयों से आए हैं।

राज्य सरकार द्वारा इन अंग्रेजी माध्यम के राजकीय विद्यालयों की बढ़ती लोकप्रियता के कारण 5 हजार से अधिक आबादी वाले कस्बों और गांव में भी एक हजार विद्यालय खोलने का निर्णय लिया गया है।

राज्य सरकार के इस नवाचार से गरीब बच्चों को भी अंग्रेजी माध्यम में शिक्षा मिल रही है। इससे वे अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा कर सकेंगे।

9,712 पदों पर शिक्षक भर्ती प्रक्रिया

महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ करने के लिए 9,712 शिक्षकों की भर्ती की जा रही है। इस भर्ती में आवेदन की प्रक्रिया 31 जनवरी से जारी है। यह भर्ती राजस्थान सिविल सेवा पदों पर संविदा पर रखा जाना, नियम- 2022 के तहत की जाएगी।

दौसा कक्षा 7 में पढ़ने वाले छात्र शिफान अली ने कहा कि मैं पहले प्राइवेट इंग्लिश मीडियम स्कूल में पढ़ता था, जहां प्रतिवर्ष 20 हजार रुपये तक फीस चुकानी पढ़ती थी। अब महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम विद्यालय में प्रवेश लिया है। यहां अंग्रेजी माध्यम की गुणवत्तापूर्ण पढ़ाई निःशुल्क हो रही है।

जयपुर: नवीं कक्षा की छात्रा लवीना बावाजी ने कहा कि मैं पहले प्राइवेट अंग्रेजी माध्यम स्कूल में पढ़ती थी। महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम स्कूल की पढ़ाई को देखते हुए अब यहां प्रवेश लिया हैं। इस स्कूल में पढ़ाई के साथ कल्चरल, स्पोर्ट्स एक्टिविटीज भी कराई जाती है। इस स्कूल में आने के बाद मेरी इंग्लिश बहुत अच्छी हो गई है और नेशनल मीन्स कम-मेरिट स्कॉलरशिप प्राप्त की है।

अभिभावक श्रीमती मंजू देवी के अनुसार, आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण हमनें कभी सोचा नहीं था कि हमारा बच्चा भी इंग्लिश मीडियम स्कूल में पढ़ सकेगा। लेकिन राजस्थान सरकार द्वारा खोले गए अंग्रेजी माध्यम विद्यालय में हमारा बच्चा निःशुल्क पढ़ाई कर रहा है।

राजस्थान सरकार द्वारा पिछले चार वर्षों में शिक्षा सहित आमजन से जुड़े सभी क्षेत्रों में बेहतर योजनाएं शुरू की गई है। इन योजनाओं की देशभर में सराहना हो रही है। कई राज्यों की सरकारें भी महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम स्कूलों की सराहना कर चुकी हैं।