राज्य के शिक्षा क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण परिवर्तन के रूप में, शाला दर्पण पोर्टल पर विद्यालयों की मैपिंग की प्रक्रिया को नवीन जिलों के अनुसार संगठित किया जा रहा है। इस पहल का उद्देश्य विद्यालयों की बेहतर मॉनिटरिंग और प्रबंधन सुनिश्चित करना है। राज्य में 50 नए जिलों के गठन के साथ, शिक्षा विभाग ने शाला दर्पण पोर्टल पर समस्त विद्यालयों को उनके नवीन जिला, ब्लॉक, ग्राम पंचायत/नगर पालिका/नगर निगम और गांव/वार्ड के अनुसार मैप करने की एक विस्तृत प्रक्रिया शुरू की है।
मैपिंग की प्रक्रिया यू-डाईस मास्टर डाटा के अनुसार चल रही है, जिसमें प्रत्येक विद्यालय के डाटा की सटीकता सुनिश्चित करने और किसी भी कमी को पूर्ण करने के लिए दो स्तरीय मॉड्यूल विकसित किए गए हैं:
इस पहल का मुख्य उद्देश्य शिक्षा प्रणाली की दक्षता और प्रभावशीलता को बढ़ावा देना है। नवीन जिलों के अनुसार विद्यालयों की सही मैपिंग से निम्नलिखित लाभ सुनिश्चित होते हैं:
शाला दर्पण पोर्टल पर विद्यालयों की मैपिंग की यह पहल एक चल रही प्रक्रिया है जिसे निरंतर सुधार और अद्यतन की आवश्यकता होती है। शिक्षा विभाग ने समस्त विद्यालयों और जिला स्तरीय MIS टीमों को इस प्रक्रिया में सक्रिय भागीदारी और संवाद की आवश्यकता पर जोर दिया है।
इसके अलावा, विभाग ने इस संबंध में प्राप्त सभी संशोधनों और सुझावों पर विचार करने और उन्हें लागू करने का वचन दिया है, ताकि शिक्षा प्रणाली की दक्षता और प्रभावशीलता को और बढ़ाया जा सके।
शाला दर्पण पोर्टल पर विद्यालयों की नवीन जिलों के अनुसार मैपिंग एक महत्वपूर्ण पहल है जो शिक्षा प्रणाली में बेहतर प्रबंधन, पारदर्शिता, और जवाबदेही को सुनिश्चित करने की दिशा में एक कदम है। इस पहल के सफल क्रियान्वयन से न केवल शिक्षा के क्षेत्र में सुधार होगा, बल्कि छात्रों और शिक्षकों को उनकी शिक्षा यात्रा में बेहतर सहायता और संसाधन भी प्रदान किए जा सकेंगे।