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प्रत्यय को आसानी से समझें – कक्षा 10, एनसीईआरटी, हिंदी व्याकरण

प्रत्यय: सम्पूर्ण विस्तार

प्रत्यय शब्द के अंत में लगने वाले ऐसे वर्ण या वर्ण-समूह होते हैं जो शब्द के अर्थ में परिवर्तन लाते हैं या उसमें विशेषता उत्पन्न करते हैं। प्रत्यय का शाब्दिक अर्थ है “जो शब्द के बाद लगता है”।

प्रत्यय के प्रकार:

  1. अर्थ बदलने वाले:
    • कारक: पुस्तककार, लड़कापन
    • भाव: सुंदरता, दुःखदा
    • क्रिया: लिखना, पढ़ना
  2. विशेषता लाने वाले:
    • त्व: लकड़ीका, लोहेका
    • ता: ऊँचाईता, छोटाईता
    • आना: जानाआना, लिखनाआना

उदाहरण:

  • अर्थ बदलने वाले:
    • पुस्तक + कार = पुस्तककार (लेखक)
    • लड़का + पन = लड़कपन (बचपन)
    • सुंदर + ता = सुंदरता (खूबसूरती)
  • विशेषता लाने वाले:
    • लकड़ी + का = लकड़ी का (संबंध)
    • ऊँचाई + ता = ऊँचाई (मात्रा)
    • जाना + आना = जाना-आना (क्रिया)

प्रत्यय का महत्व:

  • प्रत्यय शब्दों के अर्थ को विस्तृत करते हैं।
  • वे भाषा को समृद्ध बनाते हैं।
  • वे नए शब्दों के निर्माण में सहायक होते हैं।

अध्ययन के लिए टिप्स:

  • प्रत्ययों को उनके अर्थ के आधार पर याद करें।
  • उदाहरणों के साथ प्रत्ययों को समझने का प्रयास करें।
  • शब्दों में प्रत्ययों को पहचानें।
  • प्रत्ययों से संबंधित अभ्यास करें।

प्रत्यय के बारे में अधिक जानकारी के लिए:

  • एनसीईआरटी कक्षा 10 हिंदी पाठ्यपुस्तक: URL NCERT Hindi Class 10 Textbook
  • विकिपीडिया – प्रत्यय: URL Wikipedia Pratyay
  • हिंदी व्याकरण – प्रत्यय: URL Hindi Grammar Pratyay

प्रत्ययों का अभ्यास:

  • निम्नलिखित शब्दों में प्रत्ययों को पहचानिए और उनके अर्थ लिखिए:
    • पुस्तककार, लड़कपन, सुंदरता, लकड़ी का, ऊँचाई, जाना-आना
  • निम्नलिखित प्रत्ययों का प्रयोग करके नए शब्द बनाइए:
    • कारक, भाव, क्रिया, त्व, ता, आना

उम्मीद है कि उपरोक्त जानकारी आपको प्रत्यय को समझने में सहायक होगी।

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