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माँ की ममता: एक प्रेरक प्रसंग – द्वारा शाला सरल

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2024: माँ की ममता

एक छोटे से कसबे में, समीर नामक एक युवक अपनी माँ के साथ रहता था। समीर की माँ ने अपने पति की असामयिक मृत्यु के बाद अकेले ही समीर की परवरिश की। वह घर-घर बर्तन मांज कर और सिलाई-बुनाई कर समीर को पाल रही थीं। समीर एक शांत स्वभाव का बच्चा था जो अक्सर अपने में ही खोया रहता था।

एक दिन, समीर स्कूल से एक चिट्ठी लेकर आया और अपनी माँ को दिखाई। उस चिट्ठी में लिखा था कि समीर काफी होशियार है और उसे उचित शिक्षा प्रदान करने के लिए स्कूल में समर्थ शिक्षक नहीं हैं, इसलिए उसे किसी और स्कूल में भेजने का सुझाव दिया गया था। इससे समीर का आत्मविश्वास बढ़ा और उसने मेहनत से पढ़ाई जारी रखी। आगे चलकर समीर ने सिविल सेवा की परीक्षा पास की और एक IAS अधिकारी बन गया।

“Mother’s Love: An Inspirational Tale – By Shala Saral”

समीर की माँ की मृत्यु के बाद, जब वह उनकी पुरानी चीजों को देख रहा था, तब उसे वह पुरानी चिट्ठी मिली जो उसके स्कूल से आई थी। चिट्ठी में असल में यह लिखा था कि समीर पढ़ाई में कमजोर है और उसे किसी मंद-बुद्धि विद्यालय में दाखिला दिलाने की सलाह दी गई थी। यह जानकर समीर समझ गया कि उसकी माँ ने उसे प्रेरित करने के लिए झूठ बोला था।

यह कहानी हमें दिखाती है कि माँ की ममता और विश्वास कैसे एक बच्चे के जीवन को बदल सकता है। समीर की माँ ने अपने बेटे में आत्मविश्वास जगाने के लिए एक सफेद झूठ बोला, जिसने समीर को अपने जीवन में उन्नति के नए रास्ते पर ले जाने की प्रेरणा दी। इस कहानी से यह भी पता चलता है कि माता-पिता का विश्वास और समर्थन उनके बच्चों के लिए कितना महत्वपूर्ण है।

समीर की माँ की इस कृति ने समीर के जीवन में एक नया मोड़ ला दिया। उनके विश्वास ने समीर को एक साधारण लड़के से एक सफल IAS अधिकारी बना दिया। यह कहानी हमें सिखाती है कि सच्ची ममता और विश्वास से बड़ी कोई ताकत नहीं होती।

इस प्रेरक प्रसंग के माध्यम से, हमें यह संदेश मिलता है कि हमें हमेशा अपने बच्चों में विश्वास रखना चाहिए और उन्हें सही मार्गदर्शन प्रदान करना चाहिए। माँ की ममता और समर्थन किसी भी चुनौती को पार कर सकता है और बच्चों को उनकी सच्ची क्षमता तक पहुँचाने में मदद कर सकता है।

आइए हम सभी माँ की इस अद्भुत भूमिका को सलाम करें और उनके अमूल्य योगदान को सराहें। माँ की ममता की इस कहानी को याद रखें और अपने जीवन में इसे एक प्रेरणा के रूप में लें।

सदैव प्रसन्न रहिये – जो प्राप्त है, पर्याप्त है। जिसका मन मस्त है – उसके पास समस्त है।