सर्वनाम:
सर्वनाम वह शब्द है जो संज्ञा की जगह पर प्रयुक्त होता है।
सर्वनाम के प्रकार:
उदाहरण:
उदाहरण:
उदाहरण:
उदाहरण:
उदाहरण:
उदाहरण:
उदाहरण:
उदाहरण:
सर्वनाम के कारक:
उदाहरण:
उदाहरण:
उदाहरण:
उदाहरण:
उदाहरण:
उदाहरण:
सर्वनाम के विशेषण:
उदाहरण:
उदाहरण:
उदाहरण:
उदाहरण:
उदाहरण:
सर्वनाम के प्रयोग:
उदाहरण:
उदाहरण:
उपमान: वह सर्वनाम जिससे तुलना की जाती है।
उदाहरण:
मैं शेर की तरह दहाड़ता हूँ।
रूढ़िवादी: वह सर्वनाम जिसका प्रयोग किसी विशेष अर्थ में किया जाता है।
उदाहरण:
सिर पर ताज रखना (सफलता प्राप्त करना)
सर्वनाम के वाक्यों में प्रयोग:
मैं खेलता हूँ।
उसने मुझे गेंद फेंकी।
मैं पेन से लिखता हूँ।
मैंने उसे फूल दिया।
मैं घर से निकला।
मेरा पेन खो गया।
अच्छा लड़का
बड़ी किताब
लाल पेन
एक लड़का
दो किताबें
तीन पेन
यह लड़का
वह किताब
ये पेन
मैं खेलता हूँ।
मैं शेर की तरह दहाड़ता हूँ।
सिर पर ताज रखना
निष्कर्ष:
सर्वनाम हिंदी व्याकरण का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। विभिन्न प्रकार के सर्वनामों और उनके कार्यों को समझने से आपको भाषा को बेहतर ढंग से समझने और लिखने में मदद मिलेगी।
यह भी ध्यान रखें:
विभिन्न प्रकार के सर्वनामों के उदाहरणों को ध्यान से देखें।
अभ्यास प्रश्नपत्रों को हल करके अपनी समझ को मजबूत करें।
अपनी गलतियों से सीखें और नियमित रूप से अभ्यास करें।
मुझे उम्मीद है कि यह लेख आपको सर्वनाम को सम्पूर्ण विस्तार से समझने में मदद करेगा।
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि “सर्वनाम” को “संज्ञा” के साथ भ्रमित नहीं किया जाना चाहिए।
संज्ञा:
संज्ञा वह शब्द है जो किसी व्यक्ति, स्थान, वस्तु, भावना या विचार का नाम बताता है।
उदाहरण:
लड़का
भारत
किताब
खुशी
ईश्वर
सर्वनाम:
सर्वनाम वह शब्द है जो संज्ञा की जगह पर प्रयुक्त होता है।
उदाहरण:
मैं
वह
ये
कौन
क्या
संज्ञा और सर्वनाम के बीच अंतर: