आपके दिन की शुरुआत में आपका स्वागत है। आइए, आज 15 मार्च 2024 के दिव्य पंचांग के साथ आपके दिन को और भी मंगलमय बनाएं।
“असूयैकपदं मृत्युरतिवाद: श्रियो वध:।
अशुश्रूषा त्वरा श्लाघा विद्याया: शत्रवस्त्रय:॥”
अर्थात, गुणों में दोष देखना एकदम मृत्यु के समान है। कठोर बोलना या निन्दा करना लक्ष्मी का वध है। सुनने की ईच्छा का अभाव या सेवा का अभाव, उतावलापन और आत्मप्रशंसा – ये तीन विद्या के शत्रु हैं।
आज का दिन आपके लिए और आपके परिवार के लिए मंगलमय हो। सुप्रभात!