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समग्र शिक्षा अभियान के तहत समग्र विद्यालय अनुदान:

भारत में शिक्षा और खेल अनुदान और पहलों की समीक्षा

समग्र शिक्षा अभियान के तहत समग्र विद्यालय अनुदान:

सरकारी प्राथमिक, उच्च प्राथमिक, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक स्कूलों को समग्र शिक्षा अभियान (एसएमएसए) के तहत समग्र विद्यालय अनुदान आवंटित किया जाता है। इस अनुदान का उपयोग सामान्य शैक्षिक आवश्यकताओं, सह-पाठयक्रम गतिविधियों, भौतिक अवसंरचना, पुराने उपकरणों के प्रतिस्थापन और स्कूल स्वच्छता कार्य योजनाओं के लिए किया जाता है। राशि छात्रों की संख्या के आधार पर भिन्न होती है, जिसमें स्वच्छता कार्य योजना के तहत एक निश्चित प्रतिशत समर्पित होता है।

खेल एवं शारीरिक शिक्षा अनुदान:

बच्चों को शारीरिक गतिविधि तक पहुंच सुनिश्चित करने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता का समर्थन करने के लिए स्कूलों को खेल प्रीमियम फंडिंग प्राप्त होती है। स्कूल इस फंडिंग का उपयोग विभिन्न उद्देश्यों के लिए कर सकते हैं, जैसे कि स्कूल के बाद के क्लब, तैराकी के पाठ और ब्रेक के दौरान सक्रिय खेल को बढ़ावा देना।

ग्रामीण ओलंपिक:

राजस्थान ग्रामीण ओलंपिक खेल एक खेल कार्यक्रम है जिसे ग्रामीण क्षेत्रों में खेल संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए बनाया गया है। इसमें ग्रामीण युवाओं को जोड़ने और उनकी एथलेटिक क्षमताओं का प्रदर्शन करने के लिए विभिन्न खेल आयोजन शामिल हैं। कार्यक्रम का लक्ष्य विभिन्न खेलों में प्रतिभागियों को आकर्षित करना है और यह सभी आयु वर्ग के व्यक्तियों के लिए खुला है।

समुदाय जुटाओ:

बाल समारोह, आपनी लाडो और स्वयंसेवक प्रशिक्षण जैसी सामुदायिक जुटाओ गतिविधियाँ शैक्षिक और विकास गतिविधियों में समुदाय को शामिल करने की पहल हैं। ये कार्यक्रम जागरूकता बढ़ाने और बच्चों और समाज के कल्याण के लिए सामुदायिक संसाधनों को जुटाने का लक्ष्य रखते हैं।

सीआरसी अनुदान:

क्लस्टर रिसोर्स सेंटर (सीआरसी) अनुदान सीआरसी के कामकाज का समर्थन करने के लिए प्रदान किए जाते हैं, जो शिक्षा के विकेंद्रीकृत प्रबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वे क्लस्टर स्तर पर प्रशिक्षण, संसाधन साझाकरण और शैक्षिक गतिविधियों की निगरानी की सुविधा प्रदान करते हैं।

न्याय के लिए विशेष परियोजना:

नशा मुक्ति बैनर, साइबर सुरक्षा, आत्मरक्षा प्रशिक्षण और किशोरी मेला जैसी विशेष परियोजनाएं विशिष्ट इक्विटी मुद्दों को संबोधित करने के लिए तैयार की गई हैं। ये पहल सभी छात्रों के लिए एक सुरक्षित और समावेशी वातावरण बनाने पर ध्यान केंद्रित करती हैं, खासकर लड़कियों और कमजोर समूहों की जरूरतों पर ध्यान देती हैं।

गुणवत्ता घटक:

एक भारत श्रेष्ठ भारत और लैंगिक समानता जैसे कार्यक्रम शिक्षा में गुणवत्ता घटकों का हिस्सा हैं। उनका लक्ष्य स्कूलों में राष्ट्रीय एकता, सांस्कृतिक समझ और लैंगिक समानता को बढ़ावा देकर शैक्षिक अनुभव को बढ़ाना है।

यूथ एंड इको क्लब:

छात्रों को पर्यावरण संरक्षण गतिविधियों में भाग लेने और प्रकृति के प्रति जिम्मेदारी की भावना विकसित करने के लिए स्कूलों में युवा और इको क्लब स्थापित किए गए हैं। ये क्लब युवाओं में नेतृत्व कौशल और सामुदायिक सेवा को भी बढ़ावा देते हैं।

परियोजना नवीन गतिविधियाँ:

वार्षिकोत्सव और एलुमनी मीट को परियोजना नवीन गतिविधियों के तहत वर्गीकृत किया गया है। ये कार्यक्रम छात्र प्रतिभाओं को प्रदर्शित करने, स्कूल भावना को बढ़ावा देने और पूर्व छात्र समुदाय को उनके अल्मा मेटर के विकास में शामिल करने के लिए एक मंच प्रदान करते हैं।

समावेशी शिक्षा (आवर्ती) (CWSN सभी भत्ते):

विशेष आवश्यकता वाले बच्चों (CWSN) को समावेशी शिक्षा कार्यक्रम के तहत भत्ते दिए जाते हैं। यह आवर्ती अनुदान सुनिश्चित करता है कि CWSN को शिक्षा तक पहुंच हो और उन्हें आवश्यक संसाधनों और सुविधाओं के साथ समर्थन दिया जाए।

परिवहन / अनुरक्षण सुविधा (परिवहन वाउचर):

छात्रों, विशेष रूप से दूरस्थ या वंचित पृष्ठभूमि के छात्रों को शिक्षा तक पहुंच सुनिश्चित करने के लिए परिवहन वाउचर प्रदान किए जाते हैं। ये वाउचर छात्रों को स्कूल आने-जाने में सुविधा प्रदान करते हैं।

एसएमसी/एसडीएमसी का प्रशिक्षण:

प्रभावी स्कूल शासन और निगरानी के लिए आवश्यक कौशल और ज्ञान से लैस करने के लिए स्कूल प्रबंधन समितियों (SMC) और स्कूल विकास और निगरानी समितियों (SDMC) के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।

निगरानी सूचना प्रणाली (बाल ट्रैकिंग सर्वे):

बाल ट्रैकिंग सर्वे निगरानी सूचना प्रणाली का हिस्सा हैं, जो बच्चों की शैक्षिक प्रगति को ट्रैक करने और उन्हें स्कूली प्रणाली में बनाए रखने में मदद करता है।

गुणवत्ता घटक (टीचर सपोर्ट मेटेरियल):

गुणवत्ता घटकों में शिक्षक समर्थन सामग्री भी शामिल है, जो शिक्षण-अधिगम प्रक्रिया को बढ़ावा देने के लिए आवश्यक है। ये सामग्री शिक्षकों को प्रभावी निर्देश देने और छात्र सीखने के परिणामों में सुधार करने में सहायता करती हैं।

निष्कर्ष:

भारत में शिक्षा और खेल अनुदान और पहलें देश में शैक्षिक और खेल विकास को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। इन पहलों के माध्यम से, सरकार सभी छात्रों के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और खेल के अवसरों तक पहुंच सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।

विशेष रूप से, समग्र शिक्षा अभियान के तहत समग्र विद्यालय अनुदान एक महत्वपूर्ण पहल है जो सभी सरकारी स्कूलों को आवश्यक संसाधन प्रदान करती है। यह अनुदान छात्रों की शैक्षिक उपलब्धियों में सुधार करने और स्कूलों में बुनियादी ढांचे को मजबूत करने में मदद कर रहा है।

खेल एवं शारीरिक शिक्षा अनुदान भी एक महत्वपूर्ण पहल है जो बच्चों को शारीरिक गतिविधि करने और खेल में भाग लेने के अवसर प्रदान करती है। यह अनुदान बच्चों के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद कर रहा है।

ग्रामीण ओलंपिक खेल एक उत्कृष्ट पहल है जो ग्रामीण क्षेत्रों में खेल संस्कृति को बढ़ावा दे रही है। यह कार्यक्रम ग्रामीण युवाओं को खेल में भाग लेने और अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर प्रदान कर रहा है।

इन पहलों के अलावा, सरकार अन्य पहलों के माध्यम से भी शिक्षा और खेल विकास को बढ़ावा दे रही है। ये पहलें देश में एक मजबूत शैक्षिक और खेल प्रणाली बनाने में मदद कर रही हैं।