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यूरोप में राष्ट्रवाद का उदय और उसका प्रभाव | NCERT कक्षा 10वीं सामाजिक विज्ञान (इतिहास) | Important Notes for Exams!

इकाई 1: घटनाएँ और प्रक्रियाएँ

सामाजिक विज्ञान (इतिहास) NCERT कक्षा 10वीं

भूमिका

यह इकाई यूरोप में राष्ट्रवाद के उदय और उसके विभिन्न पहलुओं का अध्ययन करती है। हम उन घटनाओं और प्रक्रियाओं का विश्लेषण करेंगे जिन्होंने राष्ट्रीय चेतना को जन्म दिया और यूरोपीय मानचित्र को फिर से आकार दिया।

सार

यह इकाई इस बात की पड़ताल करती है कि राष्ट्रवाद का विचार कैसे विकसित हुआ और इसने यूरोपीय राजनीति को कैसे प्रभावित किया। हम फ्रांसीसी क्रांति, 1830-1848 की क्रांतियों के युग, जर्मनी और इटली के एकीकरण की प्रक्रियाओं और राष्ट्रवाद के प्रसार में कला और कल्पना की भूमिका की जांच करेंगे। साथ ही, हम यह भी देखेंगे कि राष्ट्रवाद और साम्राज्यवाद किस प्रकार परस्पर जुड़े हुए थे और संघर्ष में आए थे।

प्रश्न और उत्तर

1. यूरोप में राष्ट्रवाद के उदय की आधारभूत घटनाएँ कौन सी थीं?

यूरोप में राष्ट्रवाद के उदय के लिए कई कारक जिम्मेदार थे, जिनमें शामिल हैं:

  • पुराने व्यवस्था का पतन: 18वीं शताब्दी में यूरोप में राजाओं का दैवीय अधिकार कमजोर पड़ गया। लोगों ने समानता और राष्ट्रीय आत्मनिर्णय के अधिकारों की मांग करना शुरू कर दिया।
  • आर्थिक और सामाजिक परिवर्तन: औद्योगिक क्रांति ने यूरोप को कृषि प्रधान से औद्योगिक समाज में बदल दिया। इसने राष्ट्रीय बाजारों और एक साझी राष्ट्रीय पहचान की मांग को जन्म दिया।
  • रोमांटिक राष्ट्रवाद का उदय: 18वीं और 19वीं शताब्दी में यूरोप में रोमांटिकवाद का उद भावनाओं, लोककथाओं और साझी संस्कृति पर बल दिया। इसने राष्ट्रीय गौरव और एकता की भावना को बढ़ावा दिया।

2. फ्रांसीसी क्रांति ने आधुनिक राष्ट्र-राज्य के विचार में कैसे योगदान दिया?

फ्रांसीसी क्रांति ने राष्ट्रवाद के विचार को जन्म देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इसने:

  • स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व जैसे आदर्शों को बढ़ावा दिया।
  • नागरिक राष्ट्र की अवधारणा को स्थापित किया, जहाँ राष्ट्र उन लोगों से बना है जो समान अधिकारों और राष्ट्रीय भावना को साझा करते हैं।
  • लोकप्रिय संप्रभुता के सिद्धांत को स्थापित किया, जहाँ सर्वोच्च शक्ति लोगों में निहित है।

3. 1830-1848 के क्रांतियों के युग की समयरेखा और प्रभाव का पता लगाएँ।

  • 1830: फ्रांस, बेल्जियम, पोलैंड में क्रांतियां हुईं।
  • 1848: यूरोप के अधिकांश हिस्सों में क्रांतियां फैल गईं, जिसमें फ्रांस, जर्मनी, इटली और ऑस्ट्रिया शामिल हैं।
  • प्रभाव: इन क्रांतियों ने यद्यपि पूर्ण सफलता प्राप्त नहीं की, लेकिन उन्होंने यूरोप में निरंकुश शासन को कमजोर कर दिया और राष्ट्रीय आंदोलनों को बढ़ावा दिया।

4. जर्मनी और इटली के एकीकरण की प्रक्रियाओं पर चर्चा करें।

  • जर्मनी: जर्मनी का एकीकरण ओटो वॉन बिस्मार्क के नेतृत्व में “रक्त और लोहे की नीति” के माध्यम से हुआ। उसने कुशल कूटनीति और युद्धों की एक श्रृंखला के माध्यम से जर्मन राज्यों को एकजुट किया।
  • इटली: इटली का एकीकरण कैवूर और गैरीबाल्डी जैसे नेताओं के नेतृत्व में हुआ। उन्होंने विदेशी शासन को उखाड़ फेंका और इतालवी राज्यों को एकजुट किया।

5. कला और कल्पना ने राष्ट्रवाद को आकार देने में किस प्रकार योगदान दिया?

कला और कल्पना ने राष्ट्रवाद के उदय में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने राष्ट्रीय गौरव और एकता की भावना पैदा करने में मदद की। कुछ तरीके जिनसे उन्होंने ऐसा किया:

  • राष्ट्रीय इतिहास और वीरों का चित्रण: कलाकारों और लेखकों ने राष्ट्रीय इतिहास की घटनाओं और वीरों को चित्रित किया। इसने लोगों को अपने अतीत पर गर्व करने और एकजुट होने का एहसास दिलाया।
  • राष्ट्रीय भाषा और साहित्य को बढ़ावा देना: राष्ट्रवादियों ने राष्ट्रीय भाषा और साहित्य को बढ़ावा दिया। इसने एक साझी संस्कृति और पहचान की भावना पैदा की।
  • राष्ट्रीय प्रतीकों का निर्माण: राष्ट्रीय ध्वज, गान और प्रतीकों का निर्माण किया गया। इन प्रतीकों ने राष्ट्रीय एकता और गौरव की भावना को जगाया।

6. यूरोपीय राजनीति में राष्ट्रवाद और साम्राज्यवाद किस प्रकार परस्पर जुड़े हुए थे और संघर्ष में आए थे?

राष्ट्रवाद और साम्राज्यवाद यूरोपीय राजनीति में परस्पर जुड़े हुए थे, लेकिन साथ ही संघर्ष में भी आए।

  • संबंध: दोनों विचारधाराओं ने यूरोपीय शक्तियों को विदेशी क्षेत्रों पर नियंत्रण करने के लिए प्रेरित किया। राष्ट्रवादियों ने विदेशी साम्राज्यों का विरोध किया और अपनी राष्ट्रीय सीमाओं का विस्तार करना चाहा। साम्राज्यवादियों ने विदेशी क्षेत्रों को अपने राष्ट्र के लिए अधीन करने का प्रयास किया।
  • संघर्ष: राष्ट्रवाद ने साम्राज्यवाद के विस्तारवादी लक्ष्यों को चुनौती दी। यूरोपीय उपनिवेशों में राष्ट्रीय स्वतंत्रता आंदोलन उभरे। इस प्रकार, राष्ट्रवाद ने साम्राज्यवाद के कमजोर होने और यूरोपीय उपनिवेशवाद के अंत में योगदान दिया।

परीक्षा की तैयारी के लिए महत्वपूर्ण तिथियाँ

  • फ्रांसीसी क्रांति: 1789
  • 1830-1848 की क्रांतियों का युग
  • जर्मनी का एकीकरण: 1871
  • इटली का एकीकरण: 1861

निष्कर्ष

राष्ट्रवाद यूरोपीय इतिहास में एक शक्तिशाली विचारधारा थी जिसने यूरोप के राजनीतिक मानचित्र को फिर से आकार दिया। इसने राष्ट्रीय आत्मनिर्णय और एकता की भावना को जन्म दिया। हालाँकि, राष्ट्रवाद ने उपनिवेशवाद और युद्धों को भी जन्म दिया। राष्ट्रवाद को समझना यूरोपीय इतिहास और विश्व इतिहास की समझ के लिए महत्वपूर्ण है।