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राजस्थान के पाली जिले में विश्व का प्रथम ॐ आकृति का शिव मंदिर: महत्व और विशेषताएं

राजस्थान के पाली जिले में विश्व का प्रथम ॐ आकृति का शिव मंदिर

राजस्थान के पाली जिले में विश्व का प्रथम ॐ आकृति का शिव मंदिर बनने की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। इस मंदिर का निर्माण बीते 28 वर्षों से जारी था। यह मंदिर ओम की आकृति में बनाया गया है और इसे विश्व का पहला ॐ आकृति का शिव मंदिर माना जा रहा है।

मंदिर का निर्माण

यह मंदिर राजस्थान के पाली जिले के जाडन गांव में स्थित है। इसका शिलान्यास वर्ष 1995 में हुआ था। जाडन के ॐ आकर का मंदिर के स्वामी महेश्वरानंद महाराज का दावा है कि पूरे भूमंडल पर ॐ आकृति का यह पहला मंदिर है। इस मंदिर का निर्माण कार्य 1995 में शुरू हुआ था। उस वक्त शिलान्यास समारोह में देशभर से साधु संतों ने हिस्सा लिया था।

मंदिर की विशेषताएं

राजस्थान के इस ओम आश्रम में भगवान शिव की 1008 अलग-अलग प्रतिमाएं स्थापित की गई हैं। मंदिर परिसर में कुल 108 कक्ष हैं। इसका शिखर 135 फीट ऊंचा है। सबसे बीच में गुरु महाराज स्वामी माधवानंद की समाधि है। सबसे ऊपर वाले भाग में महादेव का शिवलिंग स्थापित है। शिवलिंग के ऊपर ब्रह्मांड की आकृति बनाई गई है।

प्राण प्रतिष्ठा

ॐ के आकार में बने शिव मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा का दिन और तारीख तय कर दिया गया है। 19 फरवरी 2024 को इस भव्य शिव मंदिर का प्राण प्रतिष्ठा होना तय हुआ है। राजस्थान के पाली में ॐ के आकार में बने शिव मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, एमपी के सीएम मोहनलाल यादव, राजस्थान के सीएम भजन लाल शर्मा, राजस्थान की उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी समेत कई अन्य अतिथि भी शामिल होंगे।

ओम आश्रम

टुडे इंडिया को ओम आश्रम जाडन के सचिव स्वामी फूलपुरी ने बताया कि विश्वदीप गुरुकुल में स्वामी महेश्वरानंद के आश्रम में ओम की आकृति वाले इस भव्य शिव मंदिर का निर्माण बीते 28 साल से जारी था। करीब 250 एकड़ में फैले आश्रम के बीचों-बीच इस मंदिर को बनाया गया है।

कैसे पहुंचें

जाडन आश्रम पाली से गुजर रहे नेशनल हाई 62 पर सड़क किनारे स्थित है। इसका निकटवर्ती एयरपोर्ट जोधपुर है, जो करीब 71 किलोमीटर दूर है। जाडन आश्रम ट्रेन के जरिए भी पहुंचा सकता है। दिल्ली से अहमदाबाद के बीच चलने वाली ट्रेन में मारवाड़ जंक्शन तक का सफर करना होगा। मारवाड़ जंक्शन यहां से 23 किलोमीटर है। पाली-सोजत रूट पर चलने वाली बसों के माध्यम से भी जाडन आश्रम पहुंचा जा सकता है।