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दुनिया की सबसे धीमी ट्रेन: ग्लेसियर एक्सप्रेस

दुनिया की सबसे धीमी ट्रेन: ग्लेसियर एक्सप्रेस

न्यूज़ीलैंड के क्वीन्सलैंड प्रांत में चलने वाली ग्लेसियर एक्सप्रेस दुनिया की सबसे धीमी ट्रेन है। यह ट्रेन रोटोरूवा शहर से वैकाटिपु शहर को जोड़ती है और 290 किलोमीटर की दूरी को लगभग 10 घंटे में पूरी करती है। यही वजह है कि इस ट्रेन को दुनिया की सबसे धीमी ट्रेन भी कहा जाता है।

ग्लेसियर एक्सप्रेस का सफर एक रोमांचक अनुभव है। इस ट्रेन में बैठकर आप न्यूजीलैंड के प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद ले सकते हैं। ट्रेन आल्प्स पर्वत की सुरम्य वादियों से होकर गुजरती है। रास्ते में आपको ज्वालामुखी, झीलें, नदियां और हरियाली से भरी घाटियां देखने को मिलती हैं।

ग्लेसियर एक्सप्रेस की यात्रा के दौरान आप ट्रेन के डिब्बे से बाहर निकलकर भी इन प्राकृतिक सुंदरताओं का आनंद ले सकते हैं। ट्रेन में कई जगहों पर बने हैं जहां से आप बाहर निकलकर फोटो खींच सकते हैं।

ग्लेसियर एक्सप्रेस में चार डिब्बे हैं। प्रत्येक डिब्बे में 16 सीटें हैं। ट्रेन में एक रेस्तरां और एक बार भी है। ट्रेन में खान-पान की अच्छी व्यवस्था है। आप यहां पर न्यूजीलैंड के पारंपरिक व्यंजनों का स्वाद ले सकते हैं।

ग्लेसियर एक्सप्रेस एक लोकप्रिय पर्यटक आकर्षण है। हर साल लाखों लोग इस ट्रेन का सफर करके न्यूजीलैंड के प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लेते हैं।

ग्लेसियर एक्सप्रेस के बारे में कुछ रोचक बातें:

  • ग्लेसियर एक्सप्रेस की शुरुआत 1930 में हुई थी।
  • ट्रेन का नाम आल्प्स पर्वत की बर्फ से ढकी चोटियों को देखकर रखा गया था।
  • ट्रेन का रंग सफेद है जो आल्प्स पर्वत की बर्फ से मेल खाता है।
  • ट्रेन में एक विशेष डिब्बा है जिसमें शीशे की छत है। इस डिब्बे से आप ट्रेन के ऊपर से आल्प्स पर्वत का दृश्य देख सकते हैं।
  • ट्रेन में एक विशेष डिब्बा है जिसमें एक बड़ा टेलीस्कोप है। इस टेलीस्कोप से आप आल्प्स पर्वत की चोटियों को करीब से देख सकते हैं।

यदि आप न्यूजीलैंड की यात्रा पर जा रहे हैं तो ग्लेसियर एक्सप्रेस का सफर जरूर करें। यह एक ऐसा अनुभव होगा जिसे आप कभी नहीं भूलेंगे।

वर्तमान में भारत की सबसे धीमी ट्रेन कौन सी है?

अगर बात करें भारत में सबसे धीमी चलने वाली ट्रेन का क्या नाम है तो आपको बता दें कि इस ट्रेन का नाम ‘मेट्टुपलायम ऊटी नीलगिरी पैसेंजर ट्रेन‘ (नीलगिरि माउंटेन ट्रेन/रेलवे) है।