कक्षा 10 के लिए हिंदी एनसीईआरटी अभ्यास: अपठित पद्यांश और प्रश्न (6 अतिलघुत्तर)
एनसीईआरटी कक्षा 10 हिंदी पाठ्यक्रम में अपठित पद्यांश एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह छात्रों की समझ, विश्लेषण और व्याख्या कौशल का परीक्षण करता है।
यह लेख कक्षा 10 के छात्रों के लिए अपठित पद्यांशों पर अभ्यास करने के लिए एक उपयोगी साधन प्रदान करता है। इसमें एक अपठित पद्यांश और 6 अतिलघु उत्तर प्रश्न शामिल हैं।
पद्यांश:
जीवन
जीवन एक नदी है, जो बहती है अनंत, कभी शांत, कभी तूफानी, कभी उथली, कभी गहरी।
जीवन एक पथ है, जो चलता है अनंत, कभी ऊँचा, कभी नीचा, कभी कठिन, कभी सरल।
जीवन एक गीत है, जो गाता है अनंत, कभी सुख का, कभी दुःख का, कभी प्रेम का, कभी विरह का।
जीवन एक सपना है, जो देखता है अनंत, कभी सुंदर, कभी भयानक, कभी सच्चा, कभी झूठा।
प्रश्न:
- जीवन को नदी से तुलना क्यों की गई है?
- जीवन को पथ से तुलना क्यों की गई है?
- जीवन को गीत से तुलना क्यों की गई है?
- जीवन को सपने से तुलना क्यों की गई है?
- जीवन का सार क्या है?
- हमें जीवन को कैसे जीना चाहिए?
उत्तर:
- जीवन को नदी से तुलना इसलिए की गई है क्योंकि यह लगातार बहता रहता है और कभी भी एक जैसा नहीं रहता है।
- जीवन को पथ से तुलना इसलिए की गई है क्योंकि यह एक यात्रा है जिसमें हमें कई चुनौतियों और बाधाओं का सामना करना पड़ता है।
- जीवन को गीत से तुलना इसलिए की गई है क्योंकि यह सुख, दुःख, प्रेम और विरह से भरा होता है।
- जीवन को सपने से तुलना इसलिए की गई है क्योंकि यह क्षणभंगुर और अनिश्चित होता है।
- जीवन का सार अनुभवों से सीखना और दूसरों की मदद करना है।
- हमें जीवन को सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ जीना चाहिए और हर पल का आनंद लेना चाहिए।
अतिरिक्त सुझाव:
- छात्रों को विभिन्न प्रकार के अपठित पद्यांशों का अभ्यास करना चाहिए।
- उन्हें पद्यांश को ध्यान से पढ़ना चाहिए और मुख्य विचारों को समझने का प्रयास करना चाहिए।
- उन्हें पद्यांश में पूछे गए प्रश्नों का उत्तर देने के लिए अपने ज्ञान और समझ का उपयोग करना चाहिए।
- उन्हें पद्यांश से संबंधित अन्य प्रश्नों का भी उत्तर देने का प्रयास करना चाहिए।