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कक्षा 10 NCERT हिंदी: विशेषण को पूरी तरह समझें (विस्तृत व्याख्यान)

विशेषण:

विशेषण वह शब्द है जो संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता, गुण या स्वभाव बताता है।

विशेषण के प्रकार:

गुणवाचक विशेषण: वह विशेषण जो किसी वस्तु या व्यक्ति की विशेषता, गुण या स्वभाव बताता है।


उदाहरण:

अच्छा लड़का

बड़ी किताब

लाल पेन

संख्यावाचक विशेषण: वह विशेषण जो किसी वस्तु या व्यक्ति की संख्या बताता है।


उदाहरण:

एक लड़का

दो किताबें

तीन पेन

सर्वनामवाचक विशेषण: वह विशेषण जो सर्वनाम के साथ प्रयुक्त होता है।


उदाहरण:

यह लड़का

वह किताब

ये पेन


विशेषण के कारक:

विशेषण: वह विशेषण जो संज्ञा या सर्वनाम के साथ प्रयुक्त होता है।


उदाहरण:

अच्छा लड़का

बड़ी किताब

लाल पेन

विशेष्य: वह विशेषण जो विशेषण की विशेषता बताता है।


उदाहरण:

बहुत अच्छा लड़का

काफी बड़ी किताब

थोड़ा लाल पेन


विशेषण के प्रयोग:

विशेषण: वह विशेषण जो संज्ञा या सर्वनाम के साथ प्रयुक्त होता है।


उदाहरण:

अच्छा लड़का

बड़ी किताब

लाल पेन

विशेष्य: वह विशेषण जो विशेषण की विशेषता बताता है।


उदाहरण:

बहुत अच्छा लड़का

काफी बड़ी किताब

थोड़ा लाल पेन

विशेषण वाक्यांश: वह वाक्यांश जो विशेषण का काम करता है।


उदाहरण:

लड़का जो दौड़ता है

किताब जो पढ़ी जाती है

पेन जो लिखता है


विशेषण के वाक्यों में प्रयोग:

अच्छा लड़का खेलता है।

बड़ी किताब पढ़ी जाती है।

लाल पेन लिखता है।

बहुत अच्छा लड़का दौड़ता है।

काफी बड़ी किताब खो गई है।

थोड़ा लाल पेन टूटा हुआ है।

लड़का जो दौड़ता है वह जीतता है।

किताब जो पढ़ी जाती है वह ज्ञान देती है।

पेन जो लिखता है वह विचारों को व्यक्त करता है।


निष्कर्ष:

विशेषण हिंदी व्याकरण का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। विभिन्न प्रकार के विशेषणों और उनके कार्यों को समझने से आपको भाषा को बेहतर ढंग से समझने और लिखने में मदद मिलेगी।

यह भी ध्यान रखें:

विभिन्न प्रकार के विशेषणों के उदाहरणों को ध्यान से देखें।

अभ्यास प्रश्नपत्रों को हल करके अपनी समझ को मजबूत करें।

अपनी गलतियों से सीखें और नियमित रूप से अभ्यास करें।

मुझे उम्मीद है कि यह लेख आपको विशेषण को सम्पूर्ण विस्तार से समझने में मदद करेगा।

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि “विशेषण” को “संज्ञा” या “सर्वनाम” के साथ भ्रमित नहीं किया जाना चाहिए।

संज्ञा:

संज्ञा वह शब्द है जो किसी व्यक्ति, स्थान, वस्तु, भावना या विचार का नाम बताता है।


उदाहरण:

लड़का

भारत

किताब

खुशी

ईश्वर


सर्वनाम:

सर्वनाम वह शब्द है जो संज्ञा की जगह पर प्रयुक्त होता है।


उदाहरण:

मैं

वह

ये

कौन

क्या


संज्ञा, सर्वनाम और विशेषण के बीच अंतर:

उदाहरण:

  • संज्ञा: लड़का, भारत, किताब, खुशी, ईश्वर
  • सर्वनाम: मैं, वह, ये, कौन, क्या
  • विशेषण: अच्छा लड़का, बड़ी किताब, लाल पेन

संज्ञा, सर्वनाम और विशेषण के बीच अंतर को समझने के लिए:

  1. संज्ञा:
    • क्या यह किसी व्यक्ति, स्थान, वस्तु, भावना या विचार का नाम बताता है?
    • इसका लिंग और वचन क्या है?
    • वाक्य में इसका कारक क्या है?
  2. सर्वनाम:
    • क्या यह संज्ञा की जगह पर प्रयुक्त होता है?
    • इसका लिंग और वचन क्या है?
    • वाक्य में इसका कारक क्या है?
  3. विशेषण:
    • क्या यह संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता, गुण या स्वभाव बताता है?
    • यह किस प्रकार का विशेषण है (गुणवाचक, संख्यावाचक, या सर्वनामवाचक)?
    • वाक्य में इसका क्या कार्य है?

यह भी ध्यान रखें:

  • कुछ शब्द संज्ञा और विशेषण दोनों के रूप में प्रयुक्त हो सकते हैं।

उदाहरण:

  • संज्ञा: सोना (धातु)
  • विशेषण: सोने का कंगन
  • कुछ शब्द सर्वनाम और विशेषण दोनों के रूप में प्रयुक्त हो सकते हैं।

उदाहरण:

  • सर्वनाम: यह
  • विशेषण: यह किताब

अभ्यास:

  1. निम्नलिखित शब्दों को संज्ञा, सर्वनाम या विशेषण के रूप में वर्गीकृत करें:
  • लड़का
  • मैं
  • अच्छा
  • किताब
  • वह
  • बड़ा
  • खुशी
  • ये
  • लाल
  1. निम्नलिखित वाक्यों में संज्ञा, सर्वनाम और विशेषण को पहचानें:
  • अच्छा लड़का खेलता है।
  • बड़ी किताब पढ़ी जाती है।
  • लाल पेन लिखता है।
  • यह लड़का दौड़ता है।
  • वह किताब खो गई है।
  • ये पेन टूटे हुए हैं।

निष्कर्ष:

संज्ञा, सर्वनाम और विशेषण हिंदी व्याकरण के महत्वपूर्ण अंग हैं। इन शब्दों के बीच अंतर को समझने से आपको भाषा को बेहतर ढंग से समझने और लिखने में मदद मिलेगी।