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आज का पञ्चांग: 08 फरवरी 2024, बृहस्पतिवार की महत्वपूर्ण जानकारी

आज, दिनांक 08 फरवरी 2024 (बृहस्पतिवार) को नई दिल्ली के अनुसार, पञ्चांग के अनुसार विविध महत्वपूर्ण जानकारियाँ निम्नलिखित हैं:

  • शक सम्वत: 1945
  • विक्रम सम्वत: 2080
  • मास: माघ
  • पक्ष: कृष्णपक्ष
  • तिथि: त्रयोदशी, 11:19 तक, उसके पश्चात् चतुर्दशी
  • नक्षत्र: उत्तराषाढा, 26:15 तक, उसके पश्चात् श्रवण
  • करण: वणिज, 11:19 तक, उसके पश्चात् विष्टि
  • योग: सिद्धि, 23:08 तक, उसके पश्चात् व्यतीपात
  • सूर्योदय/सूर्यास्त: 07:05/18:05
  • चन्द्रोदय: 30:44; चन्द्रराशि: धनु (10:05 तक), पश्चात् मकर
  • सूर्यायण: उत्तरायण; गोल: दक्षिणगोल
  • अभिजित मुहूर्त: 12:13 से 12:57
  • राहुकाल: 13:58 से 15:20
  • ऋतु: शिशिर
  • दिशाशूल: दक्षिण

विशेष आयोजन:

  • माघ बदी त्रयोदशी (11:19 तक) और चतुर्दशी की शुरुआत, मास शिवरात्रिव्रत, रटन्ती कालिका पूजन, बुध अस्त पूर्व में 11:02 पर, विघ्नकारक भद्रा 11:18 से 21:41 तक, मेरू त्रयोदशी व्रत और मोक्ष दिवस (जैन), श्री आदिनाथ/ऋषभदेव निर्वाण दिवस (जैन, माघ कृष्ण चतुर्दशी), नित्यानंद मोहिते महाराज की पुण्य तिथि (अकोला), शब्बे मिराज (मुस्लिम), डॉ. जाकिर हुसैन जयंती, मो. अजहरुद्दीन जन्म दिवस, श्री टीका राम पालीवाल स्मृति दिवस और महिला क्रान्तिकारी कल्पना दत्त स्मृति दिवस।

कल शुक्रवार को माघ बदी चतुर्दशी 08:04 तक और उसके पश्चात् अमावस्या 28:31 तक रहेगी, जिसमें स्नान-दान-श्राद्धादि के लिए माघी मौनी अमावस्या मनाई जाएगी।

आज की वाणी:

“तस्मात् तडागे सद्वृक्षा रोप्याः श्रेयोऽर्थिना सदा। पुत्रवत् परिपाल्याश्च पुत्रास्ते धर्मतः स्मृताः।” – महाभारतम् अनुशासनपर्व ५८

इस श्लोक का अर्थ है कि जो व्यक्ति अपने कल्याण की कामना करते हैं, उन्हें चाहिए कि वे तालाबों के किनारे अच्छे वृक्ष लगाएं और उनका पालन-पोषण पुत्रों की भांति करें क्योंकि धर्म की दृष्टि से वे वृक्ष पुत्र ही माने जाते हैं।